June 1, 2023

मजदूरी के बदले शरीर का सौदा करने वाले की खबरों पर राहुल

  • डीएम शेषमणि पांडे ने जांच के बाद कहा झूठा है मामला
  • मामले की विस्तार से जांच के लिए छह सदस्यीय टीम बनाई गई

चित्रकूट. उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले की खनन साइट और क्रेशर मिल में मजदूरी के बदले लड़कियों के यौन शोषण की खबरों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। राहुल ने कहा कि, अनियोजित लॉकडाउन में भूख से मरता परिवार, इन बच्चियों ने जिंदा रहने की ये भयावह कीमत चुकाई है। क्या ये ही हमारे सपनों का भारत है?

क्या है पूरा मामला

दरअसल, भरतकूप थाना क्षेत्र में चलने वाले पत्थर की खदानों में काम करने वाले कुछ परिवारों के हवाले से एक चैनल ने खबर दिखाई गई कि, उन्हें मजदूरी के बदले किशोरियों और महिलाओं के साथ यौन शोषण किया जाता है। खदान में 10 साल की किशोरी से लेकर 18 साल तक की युवतियों को ही काम पर लगाया जाता है और पहाड़ के नीचे उनके साथ ज्यादती की जाती है। विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है। यदि कोई बुजुर्ग महिला उनके यहां काम मांगने जाते हैं तो उन्हें काम नहीं लगाया जाता है। पेट की भूख के कारण किशोरियों को मजबूरन पत्थर खदानों में काम करना पड़ता है। उन तक सरकार की कोई योजना नहीं पहुंच रही है, जिससे वह उसका लाभ उठा सकें। 

डीएम ने जांच के लिए छह सदस्यीय टीम बनाई 

इस खबर के बाद चित्रकूटधाम मंडल के कमिश्नर व डीआईजी घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी शेषमणि पांडे और पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल भी साथ थे। अफसरों ने गांव की महिलाओं से बयान लेकर पूरी घटना की जांच की है। इसके बाद डीएम शेषमणि पांडे और एसपी अंकित मित्तल ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए सारे आरोपों को नकार दिया और पूरी घटना को झूठा बताया है। हालांकि डीएम ने 6 सदस्य टीम गठित कर पूरी विस्तृत रिपोर्ट मंगाई है। टीम ने आज गांव पहुंचकर सभी ग्रामीणों का बयान दर्ज किए हैं। 

दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा- तुरंत सख्त एक्शन हो

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने इस घटना को संज्ञान में लिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 10 से 18 साल की बच्चियों के साथ खदानों में काम के बहाने दरिंदगी की जा रही है। ऐसा कैसे हो सकता है कि इन नन्ही बच्चियों को इस तरह नोचा जा रहा है और प्रशासन को भनक तक नहीं है? बेहद शर्मनाक। सीएम योगी तुरंत सख़्त ऐक्शन करवाएं!