
आज दोपहर हुई प्रेस वार्ता में जीतू पटवारी भाजपा सरकार पर जम कर बरसे। भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज से जवाब माँगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के आने के चार महीने बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार रुका हुआ है। बीते चार महीनों से मंत्रियों के बिना हजार-दो हजार फाइलों का बिना किसी काम के रुके रहना प्रदेश के भविष्य पर प्रश्चिन्ह खड़ा करता है।
कर्जमाफी को लेकर की गयीं बातें
पटवारी ने कहा मैं धक्का देकर हथियाई हुई सरकार पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता हूँ। किसानों की कर्जमाफी पर तर्कसंगत चर्चा और डिबेट के लिए मैं पूरी तरह से तैयार हूँ। शिवराज जी जहाँ कहेंगे मैं वहां आकर चर्चा करूंगा। डिजटल, घर पर या ऑफिस में, कहीं भी। उन्होंने आगे बात रखते हुए कहा कि जब भी हम किसान कर्जमाफी की बात करते हैं, इनके कृषिमंत्री, बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष कहते हैं, किसानों का ऋण माफ़ ही नहीं हुआ। कमलनाथ पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
मैं चुनौती देता हूँ, प्रदेश का किसान आपको सबक सिखाएगा।
अतिथि शिक्षकों पर की बात
जीतू पटवारी ने कहा हमनें हमारी सरकार के समय चॉइस फिलिंग करवा कर नए पद क्रिएट कर के न्यायसंगत तरीके से तैयारी की थी। उनको केवल आमंत्रण पत्र देने बाकी रह गए थे। पटवारी ने आगे बात करते हुए कहा कि बीते चार महीनों में लॉक डाउन रहा जिसकी तनख्वाह उन्हें देनी चाहिए। साथ ही आमंत्रण भी देना चाहिए, जो अभी तक कर पाने में ये सरकार पूरी तरह से असफल रही है।
तंज कसते हुए सिंधिया पर भी हमला बोला
जीतू पटवारी ने कहा मिस्टर विभीषण कहते थे, मैं सड़क पर आ जाऊँगा। मैं उनसे आग्रह करता हूँ कब सड़क पर आयेंगे ?
इनके खाने के दाँत और, दिखाने के और हैं। इनके इरादे लूट और खाने के हैं।
पिछली कमलनाथ सरकार पर की गयी बात

कमलनाथ सरकार में ये सम्भव नहीं था। वो एक ईमानदार और हर वर्ग के लिए काम करने वाली सरकार थी। भाजपा ने उस सरकार को पीछे से धक्का मार कर अपने अहम को प्रदर्शित किया। इसके साथ ही इन्होने मध्यप्रदेश के भविष्य को भी गर्त में धकेल दिया।
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