
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाजी पलट दी है। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत से गहलोत सरकार पर छाए संकट के बाद फिलहाल छंटते नजर आ रहे हैं। सीएम आवास के अंदर गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों की मीडिया के सामने परेड कराई है। गहलोत खेमे ने दावा किया है कि उनके पास 109 विधायक हैं। यानी बहुमत के आंकड़े 101 से ज्यादा विधायक उनके पास हैं। हालांकि, सचिन पायलट का कहना है कि उनके पास 25 विधायक हैं। लेकिन फिलहाल अशोक गहलोत की सरकार बचती नजर आ रही है। अब प्रियंका गांधी ने भी इस संकट को खत्म करने के लिए मार्चो संभाल लिया है। प्रियंका के अलावा राहुल गांधी समेत कुल 5 बड़े नेताओं ने पायलट से बात कर उन्हें समझाने की कोशिश की है।
बीजेपी ने की फ्लोर टेस्ट की मांग
बीजेपी के अमित मालवीय ने कहा कि इस स्थिति में अशोक गहलोत को तुरंत फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाना चाहिए। उन्हें बहुमत साबित करना चाहिए, ड्रामे से राजस्थान को बचाना होगा। शासन के काम को आगे बढ़ाना होगा। लेकिन अगर वह अपने विधायकों को रिसॉर्ट में भेज रहे हैं, तो स्पष्ट रूप से उनके पास संख्या नहीं है।
सरकार को 109 विधायकों का समर्थन
गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘‘सरकार को कोई खतरा नहीं है। हमें 109 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। जिन विधायकों को भाजपा द्वारा जबरन रोका जा रहा है, वे वीडियो बनाएं और शेयर करें। राजस्थान में कांग्रेस सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी।’’
राजनीति के जानकार बताते हैं कि पायलट भले ही दावा करें कि उनके पास 30 विधायकों का समर्थन है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए उनके खेमे में 15 विधायक ही नजर आ रहे हैं। गहलोत सरकार के कद्दावर मंत्री बाकी विधायकों से संपर्क करने की कोशिश भी कर रहे हैं।
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