
इंदौर, एमवाई हॉस्पिटल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। यहां एक जैसे नाम के कारण शवों की अदला-बदली हो गई। मुर्दाघर के कर्मचारी ने सोनकच्छ के युवक का शव बिसनखेड़ा गांव के लोगों को दे दिया। जिसके बाद वहां के लोगों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। जब सोनकच्छ का परिवार शव लेने पहुंचा तो कर्मचारी ने उन्हें बिसनखेड़ा के युवक का शव दे दिया। उन्होंने जब शव को देखा तो चौंक गए।

दरअसल, सोनकच्छ तहसील के ग्राम नागझिरी में रहने वाले आकाश ने एसिड पी लिया था, जिसका इलाज इंदौर के एमवाई हॉस्पिटल में चल रहा था। इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। परिजन ने पोस्टमार्टम के लिए रविवार रात उसका शव एमवायएच के मर्च्युरी में रखा था। सोमवार सुबह जब परिजन शव ले जाने लगे तो उसे देखकर चौंक गए।
परिजनों ने बताया कि यह हमारा बेटा नहीं है। इस पर मुर्दाघर में रखे बाकी शव देखे गए, लेकिन आकाश का शव नहीं मिला। बाद में एमवाईएच प्रशासन ने जानकारी जुटाई। जिसके बाद परिजन को बताया कि उन्होंने बिसनखेड़ा निवासी 25 वर्षीय आकाश पांचाल नाम के युवक के शव की गफलत में आकाश पटैय्या का शव दे दिया। उसे वहां पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। इसलिए वहां जाकर संपर्क कर लें।
सोनकच्छ के परिवार ने एमवाय अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में मामले की शिकायत दर्ज करायी है।
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