September 23, 2023

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30000 के पार

Migrant labourers line up at a temporary shelter after arriving from various districts waiting to board specially arranged government buses to return to their homes during a government-imposed nationwide lockdown as a preventive measure against the COVID-19 coronavirus, in Allahabad on April 30, 2020. (Photo by SANJAY KANOJIA / AFP)

मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के संक्रमण ने आज कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। मात्र 24 घंटे में 917 पॉजिटिव मामले दिलों में डर पैदा करने वाले हैं। पॉजिटिविटी रेट 6% से अधिक निश्चित रूप से चिंता का विषय है। इसी के साथ मध्यप्रदेश में महामारी से पीड़ित नागरिकों की कुल संख्या 30000 से ज्यादा हो गई है। हालांकि 20000 से ज्यादा नागरिक स्वस्थ हुए हैं परंतु 844 की मौत और 8365 एक्टिव केस संतोषजनक नहीं कही जा सकते हैं। 

संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 29 जुलाई 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 
  • 14313 सैंपल की जांच की गई। 
  • 191 सैंपल रिजेक्ट हो गए। 
  • 13396 सैंपल नेगेटिव पाए गए। 
  • 917 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 
  • 14 मरीजों की मौत हो गई। 
  • 591 मरीज डिस्चार्ज किए गए। 
  • मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 30134
  • मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 844
  • मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 2093429
  • जुलाई 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 835629
  • जुलाई 2020 को मध्यप्रदेश में संक्रमित इलाकों की संख्या 3191 

भोपाल मध्य प्रदेश का सबसे संक्रमित जिला बन गया। सरकारी रिपोर्ट में 199 पॉजिटिव के बावजूद एक्टिव केस की संख्या 2023 हो गई जो इंदौर के एक्टिव केस 2016 से ज्यादा है।बड़वानी में आज कोरोना ब्लास्ट हुआ है। एक साथ 101 पॉजिटिव के साथ एक्टिव केस की संख्या 251 हो गई। इसी के साथ बड़वानी मध्य प्रदेश का पांचवा सबसे संक्रमित जिला बन गया। 

ग्वालियर और जबलपुर लगातार तीसरे और चौथे नंबर पर सब से संक्रमित जिले बने हुए हैं। मुरैना एवं उज्जैन की स्थिति में सुधार आया है। कटनी एवं अलीराजपुर की स्थिति गंभीर है। जल्दी ही यहां एक्टिव केस की संख्या 100 से ज्यादा हो सकती है। मध्य प्रदेश के 15 जिलों में एक्टिव केस की संख्या 100 से ज्यादा है। यह स्थिति की गंभीरता को बताने के लिए पर्याप्त है।

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