
- अतवास में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एक महिला ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास भी किया।
मध्यप्रदेश में किसानों से ‘क्रूरता’ कब तक होगी ? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पहले गुना में प्रशासनिक अमला दल बल के साथ किसान की फसल उजाड़ने पहुंचा उसके परिवार के साथ मारपीट की गई तो किसान और उसकी पत्नी ने जहर पी लिया और अब देवास में भी अतिक्रमण हटाने पहुंचे पटवारी और पुलिस के सामने एक महिला किसान ने खेत में ही खुद को आग लगा ली। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जेसीबी लेकर खेत पहुंचा था अमला
प्रशासनिक अमले के सामने महिला किसान के खुद को आग लगाने की ये घटना देवास जिले के सतवास की है जहां पटवारी और पुलिस वाले एक नाले का अतिक्रमण हटाने के लिए महिला किसान के खेत में पहुंचे थे। जेसीबी लेकर आए पटवारी और अधिकारियों से महिला किसान ने सोयाबीन की फसल पर जेसीबी न चलाने की गुहार लगाई लेकिन न तो पटवारी ने उसकी बात सुनी और न ही पुलिसवाले माने।
महिला किसान का आरोप है कि इस दौरान पटवारी ने उसे धुतकारते हुए धक्का दे दिया पुलिस वालों ने भी उसे मारा और किसी ने कोई मदद नहीं की। अपनी मेहनत की फसल पर जेसीबी चलता देख महिला इतनी दुखी हो गई कि उसने खुद को आग लगा ली। जिसके बाद वहां मौजूद पटवारी और पुलिसवालों के हाथ पैर फूल गए और वो तुरंत महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां गंभीर हालत में उसका इलाज किया जा रहा है।
कांग्रेस बोली- “शिवराज का जंगलराज”
वहीं इस घटना के बाद अब मध्यप्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने घटना का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर करते हुए लिखा है- शिवराज का जंगलराज, सरकार की प्रताड़ना से तंग आकर आग लगाई,देवास ज़िले के सतवास में खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने के शिवराज के फ़ैसले का विरोध करते हुये एक बेबस महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया। शिवराज जी,महामारी और मौत के बीच तो कम से कम जनता को मत मारो..!“शवराज चरम पर है”
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