
मध्यप्रदेश की कई जगहों में अब दूल्हे घोड़ी पर बैठकर बारात निकाल सकेंगे। इस बारे में सरकार ने भी आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि राजधानी भोपाल सहित हरदा, सीहोर, और खंडवा में भी शादी करने वाले दूल्हे घोड़ी पर अपनी बारात निकाल सकते हैं।
साल 2018 में राज्य सरकार ने कई जिलों में ग्लैंडर्स रोग सामने आने के बाद घोड़े के सवारी के साथ-साथ पशुओं के मेले, प्रदर्शनी और खेलकूद पर भी रोक लगा दिया था। जिसके बाद से कई जगहों पर पशुओं के मेले, प्रदर्शनी और खेलकूद में प्रतिबंध था, लेकिन अब इस संबंध में राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।
सरकार द्वारा हाल ही में ग्लैंडर्स सर्विलेंस में घोड़ों की प्रजाति के नमूनों की जांच की गई, जिसके में यह बीमारी किसी भी घोड़ें में नहीं मिली। यही कारण है कि राज्य सरकार ने अब सभी आयोजनों पर लगी पाबंदियों को हटा दिया है।
जानिए क्या है ग्लैंडर्स रोग
- जानवरों में होने वाला ग्लैंडर्स रोग बरखेलडेरिया मेलिआई जीवाणु जनित रोग है।
- इसका संक्रमण, नाक, मुंह के म्यूकोसल सरफेस और सांस से होता है।
- मैलिन नाम के टेस्ट से बीमारी को कन्फर्म किया जाता है।
- घोड़ों के बाद मनुष्यों, स्तनधारी पशुओं में पहुंचता है।
- नोटिफाईएबल है,जेनोटिक रोगों की श्रेणी रखा गया।
- घोड़े, खच्चर, गधों के शरीर की गांठों में इंफेक्शन और पस बन जाती है।
- जानवर उठ नहीं पाता, शरीर में सूजन आ जाती है।
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