
- राज्य में संक्रमितों की संख्या 34282 हो गई है।
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में एक बार फिर से राजधानी भोपाल में सबसे ज्यादा मामले आएं हैं। वहीं, कोरोना के कारण हो रही मौते ने सरकार और प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। वायरस के कारण राज्य में अब तक 900 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि संक्रमितों की संख्या 34282 हो गई है। प्रदेश के छह जिलों में कोरोना संक्रमण का सबसे खतरा हैं। राज्य में हुई कुल मौतों में अकेले 70 फीसदी मौतें इन 6 जिलों में हुई हैं।
सबसे ज्यादा मौतें इंदौर में
राज्य में सबसे ज्यादा मौतें इंदौर में हुई है। यहां कोरोना वायरस के कारण अब तक 317 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी भोपाल में 190 मौतें, ग्वालियर में 13, जबलपुर में 30, उज्जैन में 74, और बड़वानी जिले में 7 मौतें हुई हैं। मध्यप्रदेश में अब तक हुई 900 मौतें हुई हैं तो इन छह जिलों में अकेले मौतों का आंकड़ा 631 है। जो राज्य की कुल मौतों का 70 फीसदी है।
सरकार की चिंता बढ़ी
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामलों ने सरकार और प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने हालात पर चिंता जताई है। हालांकि गृहमंत्री ने साफ किया है कि प्रदेश में अब लॉकडाउन पर विचार नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग में प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई का कहना है कि जिन जिलों में मामले बढ़ रहे हैं उन पर नजर रखी जा रही है।
भोपाल में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। भोपाल में 2380 एक्टिव केस हैं। इंदौर में 2094, ग्वालियर में 662, जबलपुर में 512, उज्जैन में 158 और बड़वानी जिले में 372 एकेटिव केस हैं। प्रदेश में कुल 9286 एक्टिव केस हैं। अकेले इन छह जिलों में 6175 एक्टिव केस हैं। जो प्रदेश के कुल एक्टिव केस का 66 फीसदी है।
कहां कुल कितने मामले
इंदौर में कोरोना संक्रमण के 7646 मामले हैं। भोपाल में 6793, ग्वालियर में 2507, मुरैना में 1643, जबलपुर में 1446, उज्जैन में 1218, खरगौन में 806, बड़वानी में 764, रीवा में 367, सतना में 188 मामले सामने आ चुके हैं।
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