
- कमलनाथ ने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने सबसे पहले 1989 में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत करने की बात कही थी।
मौसम बदल गया है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन का कांग्रेस ने भी तहे दिल से स्वागत किया है। भोपाल स्थित पीसीसी दफ्तर में तो इस मौके पर जय श्री राम के नारे गूंजे। यहां राम दरबार सजाया गया था। इस मौके पर पीसीसी चीफ कमलनाथ खुद मौजूद थे।
कमलनाथ ने पीसीसी दफ्तर में भगवान राम की पूजा की। उन्होंने कहा, ‘हर भारतवासी की आशा थी कि अयोध्या में राम मंदिर बने। राम मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है, ये हमारे लिए बेहद खुशी की बात है।’ कमलनाथ ने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने 1989 में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत करने की बात कही थी।
बीजेपी न ले श्रेय
राम मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी के श्रेय लेने पर कमलनाथ ने कहा, ‘बीजेपी का इसका श्रेय लेना ठीक नहीं है। राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम में हर राज्य, हर वर्ग और हर धर्म के व्यक्ति को बुलाया जाना चाहिए था।’ उन्होंने सीमित रूप से हुए आयोजन पर सवाल उठाए। कमलनाथ ने कहा कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के तहत भी देश के अलग-अलग कोनों से प्रतिनिधियों को बुलाया जा सकता था। यदि हर वर्ग जाति के लोगों को इस आयोजन में बुलाया जाता तो भूमि पूजन का कार्यक्रम सिर्फ देश का नहीं बल्कि विश्वव्यापी होता।
एक हुए कांग्रेस-बीजेपी
एमपी में यह पहला मौका है जब राम मंदिर निर्माण को लेकर घुर विरोधी कांग्रेस और बीजेपी एक हुए। इस मौके पर बीजेपी और पीसीसी दफ्तर दोनों में जश्न मना औऱ दीपावली की तरह रौशन किए गए। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के साथ ही प्रदेश की सियासत में भी बदला बदला सा माहौल नजर आया। यह पहला मौका है जब राम मंदिर निर्माण की पहल को लेकर बीजेपी और कांग्रेस एकमत नजर आए।
सिर्फ दफ्तर ही नहीं बल्कि बीजेपी के साथ कांग्रेस नेताओं के घर में भी रौशनी की गयी। कहीं कोई राम भक्ति में लीन नजर आया तो कोई हनुमान चालीसा का पाठ करता सुनाई दिया। कांग्रेसियों ने भी जमकर आतिशबाजी कर राम मंदिर निर्माण का खुले दिल से स्वागत किया। मुख्यमंत्री निवास से लेकर कमलनाथ के निवास तक रौशनी का अद्भुत नजारा था।
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