
मध्यप्रदेश में लगातार पुलिस प्रशासन की क्रूरता की तस्वीरें सामने आ रही हैं। ताज़ा मामला बड़वानी का है जहाँ गुरुवार शाम को बिना मास्क लगाए बाइक पर घूम रहे गुरुद्वारे के ग्रंथी प्रेम सिंह चावला का जब पुलिस ने 250 रु. का चालान बनाया तो उन्होंने इसका विरोध किया। जिस पर पुलिस ने सरेआम युवक के बाल पकड़कर उसकी पिटाई कर दी। पुलिस की बढ़ती बर्बरता और मनमानी के चलते मध्यप्रदेश में इस तरह की घटनाओं को लेकर रोष व्याप्त हैं।
चावला का आरोप है कि पुलिस ने उनकी पगड़ी खींचकर फेंक दी और बीच सड़क पर बाल पकड़कर पीटा। घटना का वीडियो शुक्रवार को जब वायरल हुआ तो पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह, मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और शिअद नेता सुखबीर सिंह बादल ने इसे बर्बर बताते हुए निंदा की।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया ट्वीट कहा – यह तरीका अमानवीय है
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर घटना की निंदा की है। उन्होंने लिखा है कि प्रेमसिंह ग्रंथी सालों से पुलिस चौकी के पास एक छोटी सी दुकान लगाकर अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं। उनको पुलिस ने अमानवीय तरीके से पीटा। उनकी पगड़ी उतार दी।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित प्रेम सिंह के मुताबिक वो गुरुद्वारे में सुबह-शाम सेवा करता है। जबकि दिन में वो पुराने पुलिस चौकी के सामने ताले-चाबी की दुकान लगाता है। उन्होंने कहा कि घटना के दिन पलसूद के थाना प्रभारी और दूसरे पुलिसकर्मी उनसे पैसे की मांग करने लगे और नहीं देने पर उन्होंने धमकी दी और हाथापाई की। प्रेम सिंह ने कहा कि इसी दौरान उसकी पगड़ी भी खुल गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रेम सिंह की पगड़ी खुली है और पुलिस वाले उनके बाल पकड़ कर खींच रहे हैं।
घटना को लेकर गुस्सा हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस घटना को दिल दहला देने वाला बताया। उन्होंने मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सिखों के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके कुछ ही घंटों बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो पुलिस वालो को संस्पेंड कर दिया।
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