
देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर जारी खींचतान पर भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ी सधी हुई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस में जो हो रहा है वह उनका अंदरूनी मामला है। मैं भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। हमारी सरकार विकास के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। विकास और प्रगति करना ही मेरे जीवन का लक्ष्य है। कुर्सी और पद से मुझे कभी मोह नहीं रहा।”
सिंधिया ने पवैया के ट्वीट पर नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
सिंधिया ने कहा, ”जब कभी नाइंसाफी होगी तो मैं झंडा उठाकर सड़क पर रहूंगा।” ग्वालियर-चंबल संभाग में बीजेपी के सदस्यता अभियान पर उन्होंने कहा कि आज तक लगभग 50 हजार कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हो चुके हैं। मेरा एक-एक कार्यकर्ता मेरे साथ खड़ा है और विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। वहीं बीजेपी के पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के ट्वीट को लेकर पत्रकारों ने सिंधिया से कई बार सवाल किया, लेकिन वह हर बार जवाब देने से बचते रहे।
कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए थे सिंधिया
आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीते मार्च में कांग्रेस पार्टी से बगावत कर भाजपा का दामन थाम लिया था। सिंधिया कांग्रेस पार्टी में लगातार हो रही अपनी उपेक्षा से नाराज थे। बकौल सिंधिया मध्य प्रदेश की तत्कालीन कमलनाथ सरकार में उनकी और उनके समर्थकों की सुनी नहीं जा रही थी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी कमलनाथ सरकार का साथ छोड़ दिया था। वे सभी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। इस कारण कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गई और उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
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