
मध्य प्रदेश के भोपाल में भेल शिक्षा मंडल द्वारा संचालित स्कूलों की मनमानी बढ़ती जा रही है। कोराना के संक्रमण काल में सोमवार को विक्रम हायर सेकंडरी स्कूल द्वारा विद्यार्थियों को बुलाकर परीक्षा लेने का मामला सामने आया। अभिभावक संघ जब इसके विरोध में उतरे तो स्कूल प्रबंधन ने बातचीत करने से इंकार कर दिया। संघ ने इसकी शिकायत बाल अधिकार संरक्षण आयोग में की।
बता दें कि लॉकडाउन लगने से लेकर अब तक पांच माह में जिला शिक्षा अधिकारी के पास निजी स्कूलों के खिलाफ 700 से अधिक शिकायतें पहुंची है। वहीं बाल आयोग के पास भी 600 से अधिक शिकायत पहुंची है। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
ताजा मामले में अभिभावकों ने शिकायत की है कि भेल शिक्षा मंडल के स्कूलों को बच्चों की सुरक्षा की कोई चिंता नही है। जहां शासन ने 31 अगस्त तक स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन विक्रम स्कूल ने शासन इनका उल्लंघन किया है। इस स्कूल के विद्यार्थियों ने कहा कि कुछ कक्षाओं की परीक्षा ली गई है। इस कारण उन्हें बुलाया गया था। वहीं दसवीं के विद्यार्थियों ने कहा कि परीक्षा फार्म ऑनलाइन भरने में परेशानी हो रही थी, इसलिए स्कूल में बुलाया गया। अभिभावकों ने भी कहा स्कूल से मैसेज आया कि बच्चों की परीक्षा ऑनलाइन लेना संभव नहीं है, इसलिए स्कूल बुलाया गया है।
पालक महासंघ के नेतृत्व में पैरेंट्स एसोसिएशन मप्र मंगलवार को स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार को फीस सबंधी मुद्दे पर ज्ञापन देंगे। इसमें फीस सहित कई मांगों को लेकर चर्चा भी की जाएगी।
कुछ अभिभावकों के पास मोबाइल नहीं होने के कारण उन्हें स्कूल बुलाकर फर्स्ट टर्म की परीक्षा ली गई थी। हालांकि प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि परीक्षा न ली जाए।
आशुतोष चटर्जी, सचिव, भेल शिक्षा मंडल
विक्रम स्कूल के खिलाफ अभिभावकों ने शिकायत की है कि विद्यार्थियों को स्कूल बुलाकर परीक्षा ली गई । इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे।
ब्रजेश चौहान, सदस्य, बाल आयोग
निजी स्कूलों के खिलाफ 700 से अधिक शिकायतें पहुंची हैं। शासन के आदेश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी। विक्रम स्कूल के खिलाफ भी शिकायत पहुंची है। जांच कर कार्रवाई जाएगी।
नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी
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