March 29, 2024

प्रेस्टीज कॉलेज के मैनेजमेंट ने 13000 स्टूडेंट से बिना परीक्षा फॉर्म भरवाए परीक्षा फीस वसूली

सरकारी दस्तावेजों में नो प्रॉफिट नो लॉस पर शिक्षा उपलब्ध कराने का वचन पत्र जमा कराने के बाद निजी शिक्षा संस्थान अपना पूरा फोकस पैसों की वसूली पर लगा देते हैं। कोरोना काल में जहां एक और प्राइवेट स्कूल फीस वसूली के लिए ऑनलाइन क्लास चला रहे हैं वही भोपाल स्थित प्रेस्टीज कॉलेज ने तो गजब ही कर डाला। प्रेस्टीज कॉलेज के मैनेजमेंट ने 13000 स्टूडेंट से बिना परीक्षा फॉर्म भरवाए परीक्षा फीस वसूल ली। चौंकाने वाली बात यह है कि कॉलेज ने अपने स्टूडेंट से बस फीस भी वसूल कर ली है जबकि सरकार के अलावा न्यायालय भी इसके लिए मना कर चुके हैं।

एडवांस परीक्षा फीस के नाम पर PAYTM अकाउंट में पैसे जमा करा लिए

इंस्टिट्यूट से एलएलबी की पढ़ाई कर रहे प्रक्षल जैन, प्रियांशु जैन और निशांत कुमार ने बताया कि अकेले प्रेस्टीज लॉ इंस्टीट्यूट भोपाल के 830 विद्यार्थियों से 2200 रुपए के हिसाब से एडवांस परीक्षा फीस के नाम पर पेटीएम अकाउंट में जमा करवा लिए गए। फीस के साथ विद्यार्थियों से कोई फाॅर्म भी नहीं भरवाया गया है। उन्हें कहा गया आने वाले समय में परीक्षा की जैसी स्थिति बनेगी, उसके मुताबिक निर्णय लिया जाएगा। 

विद्यार्थियों से बस की फीस भी ले ली

प्रेस्टीज ग्रुप के सभी स्कूल और कॉलेजों के विद्यार्थयों से ड्राइवर-कंडक्टर का वेतन देने और बसों का खर्चा निकालने के लिए बस फीस ली गई है। यह भी उल्लेखनीय है कि ड्राइवर लखन परमार, शिव कचोले और रानू शुक्ला के मुताबिक, शहर के सभी रूटों की बसें चलाने के लिए तैनात किए गए कर्मचारियों का वेतन इंस्टिट्यूट के पास एडवांस जमा है। इसके बावजूद आधे से ज्यादा ड्राइवर और कंडक्टरों को नौकरी से निकाल दिया है। जो लोग अब भी नौकरी में हैं, उन्हें वेतन काटकर दिया जा रहा है। 

हमने तो परीक्षा की पूरी तैयारी कर ली थी, हमारा भी खर्चा हुआ है: डायरेक्टर प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट

प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट की डायरेक्टर योगेश्वरी पाठक का कहना है कि अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा होना है। बाकी कक्षाओं के लिए रिजल्ट और मार्कशीट बनाने का काम होगा इसलिए उनकी परीक्षा फीस ली है। हमने तो परीक्षा लेने की पूरी तैयारी कर ली थी। उसमें भी तो खर्च हुआ है। हमें यूनिवर्सिटी को भी तो कुछ हिस्सा देना है।

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