
- लोकल की आवक घटी, बिगड़ा सब्जियों का स्वाद।
बरसात के दौरान जबलपुर सहित आसपास के जिलों से सब्जियों की आवक कम होने के कारण सब्जियों के दाम में उछाल आ गया। बीते एक माह के दौरान आलू-प्याज से लेकर हरी सब्जियों के दाम करीब दो गुने हो गए। सब्जी कारोबारियों के अनुसार जबलपुर में हरी सब्जियों की सप्लाई 60 से 70 फीसदी स्थानीय किसानों के माध्यम से होती है। अभी बरसात में खेतों में पानी भर गया व उत्पादन प्रभावित हुआ।
बेंगलूरु का टमाटर रायपुर की लौकी
लटकारी का पड़ाव फुटकर सब्जी व्यापारी संघ के सचिव चंदन श्रीवास्तव के अनुसार अभी बाजार में 90 प्रतिशत हरी सब्जी दूसरे प्रदेशों से आ रही है। इनमें लौकी, देशी ककड़ी रायपुर से व आलू उत्तर प्रदेश से, प्याज महाराष्ट्र व प्रदेश के कुछ क्षेत्रों से, महाराष्ट्र से ही अदरक, मिर्च, टमाटर आ रहे हैं। मांग ज्यादा व आपूर्ति कम होने से दामों में उछाल आया है। अक्टूबर से लोकल सब्जियों की आवक बढ़ जाएगी।
अलग-अलग क्षेत्रों में अलग दाम
शहर में सब्जियों के दामों में अलग-अलग क्षेत्रों में 5 से 10 रुपए तक का अंतर भी आ रहा है। मुख्य बाजार में आलू 30 से 40 रुपए प्रति किलो तक है वहीं गढ़ा, अधारताल, गोहलपुर, रांझी क्षेत्र में इसके दाम 45 रुपए तक, सिविल लाइंस में 45 से 50 रुपए तक हैं।
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