- कांग्रेस नेता अशोक सिंह चौहान का कहना है कि घर में घुसकर महिलाओं के साथ पुलिस ने बदसलूकी की है, जिससे हमारे सम्मान को ठेस पहुंचा है।
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में लोगों की रक्षा करने वाली पुलिस ही आतंक का पर्याय बन गई है, जिसका एक नमूना सिटी कोतवाली थाने में सामने आया है। यहां शहर के प्रतिष्ठित कांग्रेस नेता के घर में घुसकर पुलिस ने रात को दबिश दी। इसके बाद पुलिस ने नेताजी सहित उनके भाइयों और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
खास बात यह है कि गिरफ्तार करने के बाद पूरे शहर में पैदल घुमाते हुए उन लोगों को कोतवाली थाना लाया गया। लेकिन कुछ ही घंटों के बाद बिना कार्रवाई किए ही सभी को छोड़ दिया गया। अब पीड़ित नेता सहित जिला कांग्रेस कमेटी ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर पूरे मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस अधिकारी जांच में तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
बता दें कि सीधी पुलिस जहां अब तक अच्छा काम कर प्रदेश में सीधी का नाम रोशन कर रही थी, वहीं दूसरी ओर सिटी कोतवाली पुलिस के थाना प्रभारी राजेश पांडेय द्वारा कंग्रेस नेता के घर में रात को घुस कर की गाई गुंडागर्दी का मामला अब तूल पकड़ने लगा है।
दरअसल 18 जून की रात करीब 9:00 बजे कोतवाली आरक्षक अमरेंद्र सिंह और और अनूप पेट्रो ने शराब के नशे में कांग्रेस नेता अशोक सिंह चौहान के यहां आए रिश्तेदारों की कार में ठोकर मार दी। कहा जा रहा है कि कार में महिलाएं भी थीं। इसके बाद आरक्षकों ने महिलाओं से बदसलूकी करनी शुरू कर दी, जिससे आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। बाद में अशोक सिंह मौके पर गए और समझा कर दोनों आरक्षकों को भेज दिया।
अशोक सिंह चौहान के घर पर 40 से 50 सिपाहियों के साथ पहुंच गए
इधर नए दरोगा राजेश पांडेय 25 अगस्त को अशोक सिंह चौहान के घर पर 40 से 50 सिपाहियों के साथ पहुंच गए और अशोक सिंह और उनके भाइयों सहित तीन अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उन लोगों को पैदल ही कोतवाली तक लाया गया। फिर, 2 घंटे बाद बगैर कार्रवाई किए ही सभी को छोड़ दिया गया।
इधर पूरे शहर में लगे CCTV कैमरे में नेता जी की पुलिस के द्वारा निकाली गाई जुलूस की दस्ता कैद हो गई। अब नेता जी अपने आप को अपमानित महसूस करने लगे हैं। यही नहीं नेता जी के घर पहुंची दो थानों की पुलिस ने नेता जी के भतीजे के साथ मारपीट भी की जिसकी शिकायत चाइल्ड वेलफेयर में की गई है।
महिलाओं के साथ पुलिस ने बदसलूकी की
वहीं, कांग्रेस नेता का कहना है कि घर में घुसकर महिलाओं के साथ पुलिस ने बदसलूकी की है, जिससे हमारे सम्मान को ठेस पहुंचा है। बीते 30 साल मैं सरपंच रहा हूं। एक शिकायत भी मेरे खिलाफ थाने में नहीं है। फिर भी पुलिस ने मेरे साथ आतंकवादी की तरह बर्बरता दिखाई है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
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