
शहर में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटे में जबलपुर में कोरोना के 170 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 5878 हो गई है। शहर में कोरोना से अबतक कुल 106 मरीजों की मौत हो चुकी है। शहर में 1373 कोरोना एक्टिव केस हैं। जबलपुर में कोरोना की भयावह स्थिति के मद्देनजर व्यापारियों ने स्वघोषित लॉकडाउन का फैसला लिया है। जबलपुर में व्यापारियों ने 15 से 22 सितंबर तक स्वघोषित लाकडाउन कर व्यवसाय बंद करने का निर्णय लिया है।
शहर में बढ़ते कोरोना के मामलों और अस्पतालों में अव्यवस्था पर कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने भी प्रदेश की सरकार और प्रशासन को आड़े हाथों लिया है
कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘जबलपुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर व्यापारी करेंगे स्वस्फूर्त लॉक डाउन, 15 से 22 सितंबर महाबंद..(वक्त है की जनता अपना बचाव खुद करे। विवेक तन्खा ने नेताओं पर भी निशाना साधा है, उन्होंने लिखा है कि राजनेता कहीं कलश, तो कहीं चुनावी यात्रा में मग्न हैं। अस्पताल और मौत के ख़ौफ़ में जी रही जनता का प्रशासन से भरोसा उठ गया।
कांग्रेस नेता ने सीधे तौर पर सरकार पर निशाना साधा है कि प्रदेश में उपचुनाव की तैयारी के लिए सभाएं की जा रही हैं, यात्राएं निकाली जा रही हैं। जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं। लेकिन किसी को जनता की चिंता नहीं है नेता केवल अपना हित साधने में लगे हैं। ऐसे में जबलपुर की जनता ने अपनी सुरक्षा का जिम्मा उठाते हुए स्वघोषित लॉकडाउन का फैसला लिया है।
इस स्वघोषित लॉकडाउन के बारे में व्यापारियों का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए हमें स्वयं जागरुक रहना होगा। सरकार या नेता किसी को बचाने नहीं आएंगे। यह लॉकडाउन खुद को बचाने के लिए है। व्यापारियों का कहना है कि हम व्यवसाय तो बाद में भी कर सकते हैं, लेकिन अगर परिवार के किसी सदस्य कोरोना की वजह से खो दिया तो वह दोबारा नहीं वापस आएगा। 15 से 22 सितंबर तक स्वघोषित लाकडाउन कर व्यापारी कोरोना संक्रमण रोकने में मदद करेंगे।
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