
मुख्यमंत्री ने 31 अगस्त 2020 तक की स्थिति में एक किलोवॉट तक की खपत वाले बिजली बिलों की वसूली स्थगित करने के आदेश जारी किए थे, लेकिन उपभोक्ता इसे बिल माफी समझकर जोन पर पहुंच रहे हैं और बिल भरने सेे बच रहे हैं। सरकार ने 31 अगस्त के बिल स्थगित करने के साथ ही सितंबर और अक्टूबर के बिल में केवल खपत की राशि ही जोड़कर भेजने के आदेश भी दिए हैं। नवंबर के बाद से स्थगित किए बिल की वसूली किस्तों में शुरू हो सकती है।
शहर में 1 लाख 40 हजार 500 के लगभग ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनके कनेक्शन एक किलोवॉट खपत तक के हैं। सभी 30 जोन कार्यालयों पर लोग बिल माफी समझ कर पहुंच रहे हैं। बस्तियों में तो जनप्रतिनिधियों ने भी बिल माफी के बैनर, पोस्टर लगा दिए हैं। जबकि ऊर्जा विभाग के आदेश में स्पष्ट लिखा है कि बिल स्थगित किए हैं।
हर जोन पर रोज सवा सौ लोग पहुंच रहे
- सभी जोन पर रोजाना सौ से ज्यादा लोग बिल माफी समझकर पहुंच रहे हैं।
- बिजली कंपनी के एमडी अमित तोमर ने शासन के आदेश के बाद इंदौर सहित 16 जिलों में एक हजार से ज्यादा शिविर लगाकर बिल स्थगित कराने की व्यवस्था कराई है। इंदौर में भी हर दिन इंजीनियर, क्लर्क बैठकर बिल स्थगित कर रहे हैं। कैश काउंटर पर गिनती के ही लोग आकर बिल जमा कर रहे हैं।
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