मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मॉडल मंडी एक्ट (कृषि उपज व्यापार एवं वाणिज्य) लागू किए जाने का प्रदेश भर में विरोध बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार से प्रदेश की 272 मंडियों के 90 हजार से अधिक व्यापारी हड़ताल पर रहेंगे। इस वजह से किसी भी उपज की नीलामी नहीं हो पाएगी।
जानकारी के मुताबिक हड़ताल के दौरान करोंद्र मंडी में सिर्फ फल और सब्जी की नीलामी होगी। हड़ताल में गए 90 हजार से अधिक व्यापारियों की मांग है कि व्यापारी मंडी टैक्स को 1.70 प्रतिशत से घटाकर 0.50 प्रतिशत कर दी जाए। इन व्यापारियों का यह भी कहना है कि नए एक्ट के मुताबिक अब बड़ी कंपनियां मंडी के बाहर सीधे किसानों से उपज खरीद सकते हैं जिससे मंडियों में कारोबार ठप हो जाएगा।
सरकार ने मॉडल मंडी एक्ट में बाहर के व्यापारियों को टैक्स से पूरी छूट दी है, लेकिन मंडी के व्यापारियों को टैक्स देना होगा। मंडी लायसेंस की अनिवार्यता भी खत्म की गई। नए नियमों के कारण प्रतिस्पर्धा नहीं हो सकेगी और किसानों का अनाज कम भाव में बिकेगा। व्यापार नहीं होने से मंडी समितियों को शुल्क भी प्राप्त नहीं हो सकेगा। इससे मंडियां बंद हो जाएंगी।
मंडी कर्मचारी भी कर चुके हैं हड़ताल
मॉडल मंडी एक्ट खिलाफ प्रदेशभर के मंडी कर्मचारी-अधिकारी भी हड़ताल कर चुके हैं। मंडी कर्मचारियों की इस प्रदेशव्यापी हड़ताल का राज्य के लाखों हम्माल-तुलावली और व्यापारियों और किसानों ने भी समर्थन किया था।
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