
- दीपक जोशी की नाराज़गी की वजह मनोज चौधरी हैं जो कांग्रेस से हाट पिपलिया से विधायक थे।
- सिंधिया के साथ दल बदल कर चौधरी भी बीजेपी में आ गए और अब उपचुनाव में उन्हें टिकट मिलना तय है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा सीटों पर उप चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है लेकिन बीजेपी के अंदर जारी घर का घमासान फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मनोज चौधरी के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही नाराज चल रहे पूर्व मंत्री दीपक जोशी इस बार आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। गुरुवार को वो अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए। उनके इस कदम को शक्ति प्रदर्शन के साथ-साथ आर पार की लड़ाई के मूड के तौर पर भी देखा जा रहा है।
ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले भी दीपक जोशी की नाराजगी कई बार सामने आ चुकी है और वह प्रदेश संगठन के साथ-साथ राष्ट्रीय संगठन के सामने अपनी बात रख चुके हैं। लेकिन अब तक उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई है। यही वजह है कि इस बार शक्ति प्रदर्शन करने के लिए वह समर्थकों के साथ सीधे सीएम हाउस पहुंच गए। यह माना जा रहा है कि दीपक जोशी को अगर संगठन की ओर से कोई ठोस भरोसा नहीं मिला तो फिर वह कोई बड़ा कदम भी उठा सकते हैं।
क्यों नाराज़ हैं दीपक जोशी ?
दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन की। उनमें से एक हाटपिपलिया सीट से विधायक रहे मनोज चौधरी भी शामिल हैं। दीपक जोशी इससे पहले हाटपिपलिया सीट से ही विधायक थे लेकिन 2018 के चुनाव में वो मनोज चौधरी से हार गए। मनोज चौधरी के बीजेपी में शामिल होने के बाद यह साफ हो गया कि अब हाट पिपलिया से चौधरी को ही टिकट मिलेगा। यानि दीपक जोशी का पत्ता साफ। अब जोशी को सीधे-सीधे अपने राजनीतिक भविष्य पर खतरा दिखाई दे रहा है।
जे पी नड्डा से भी मुलाकात
दीपक जोशी की नाराजगी दूर करने की कई स्तर पर कोशिशें हो चुकी हैं। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की थी। तब भी यह माना जा रहा था कि उन्होंने अपना पक्ष राष्ट्रीय संगठन के सामने रखा था। लेकिन उसके बाद भी शायद बातचीत नहीं बनी और दीपक जोशी पर शक्ति प्रदर्शन पर उतर आए। हालांकि इससे पहले भी कई बार उनकी नाराजगी सार्वजनिक मंचों पर सामने आ चुकी है। उन्हें मनाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय सहित कई नेताओं ने उनसे मुलाकात भी की थी। अब देखना यह है कि दीपक जोशी की नाराजगी आखिर किस मोड़ पर जाकर खत्म होती है या फिर कोई नया मोड़ वो दे देते हैं।
More Stories
सुप्रीम कोर्ट ने पहलवानों की याचिका पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये
मप्र में महिलाओं के कौमार्य परीक्षण मामले में कमलनाथ ने NCW की अध्यक्ष को लिखा पत्र, उच्च स्तरीय जांच की मांग की
कमलनाथ का शिवराज सरकार के खिलाफ ‘आरोप पत्र’