
हाथरस गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस जा रहे हैं। 5 लोगों के डेलिगेशन को पीड़ित के गांव जाने की इजाजत दी गई है। हालांकि, राहुल-प्रियंका के साथ कांग्रेस के 35 सांसद जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दिल्ली-नोएडा फ्लाइवे (नोएडा बॉर्डर) पर रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। बातचीत के बाद पुलिस ने राहुल और प्रियंका को जाने की इजाजत दे दी। इसके बावजूद कांग्रेस समर्थक हंगामा करते रहे, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
हाथरस के लिए रवाना होने से पहले राहुल ने ट्वीट किया था, ‘दुनिया की कोई ताकत मुझे पीड़ित परिवार से मिलने से नहीं रोक सकती।’ प्रियंका ने कहा था कि अगर इस बार भी नहीं जाने दिया तो हम फिर कोशिश करेंगे।
इससे पहले गुरुवार को राहुल और प्रियंका को हाथरस जाते वक्त ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रोक दिया गया था। दोनों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनसे कहा कि आपने धारा 188 का वॉयलेशन किया है। पुलिस ने राहुल की कॉलर भी पकड़ी थी। धक्कामुक्की में वे नीचे गिर गए, और हाथ में चोट लग गई। राहुल और प्रियंका को 4 घंटे हिरासत में रखने के बाद छोड़ा गया।
राहुल गाँधी ने किए दो ट्वीट
पीड़ित के गांव के बाहर पुलिस का पहरा
हाथरस जिले में धारा 144 लागू है, सीमाएं सील हैं। सरकार ने हाथरस की घटना से जुड़े थाने के पुलिसकर्मियों और आरोपियों के साथ ही पीड़ित परिवार के लोगों का भी नार्को टेस्ट कराने का फैसला किया है।
प्रियंका गाँधी ने कहा- पीड़ित परिवार को कैद कर धमकियां दी जा रहीं
क्या है पूरा मामला?
हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की युवती से गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई। चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था।
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