May 5, 2024

इंदौर से सांवेर की ओर जा रही कार में 51 लाख रुपए नकद मिले, कार सवार ने खुद को ज्वेलर बताया

  • अरविंदो अस्पताल के पास पुलिस की स्पेशल टीम ने चेकिंग के लिए कार को रोका था
  • पिछले तीन दिनों में इंदौर जिले में पुलिस ने 71 लाख रुपए से ज्यादा कैश जब्त किया

मध्य प्रदेश में उपचुनाव के लिए लगी आचार संहिता के साथ सांवेर में पुलिस ने निगरानी तेज कर दी है। यहां पर तैनात स्पेशल टीम ने बुधवार सुबह बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की। इंदौर से सांवेर की ओर जा रही एक कार की तलाशी लेने पर करीब 51 लाख रुपए नकद मिले। लेकिन रुपए के बारे में स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर उन्हें बाणगंगा थाना लेकर जाया गया। पुलिस सांवेर चुनाव से जोड़कर भी इस मामले में जांच कर रही है। पिछले तीन दिनों में इंदौर जिले में पुलिस ने 71 लाख रुपए से ज्यादा कैश जब्त किया है।

पुलिस के अनुसार अरविंदो के पास पुलिस की स्पेशल टीम चेकिंग कर रही थी। सुबह करीब 9 बजे इंदौर से सांवेर की ओर जा रही कार एमपी 05 सीबी 3157 की टीम ने चेकिंग के लिए रोका। पुलिस को देखकर कार सवार थोड़ा झिझका। टीम को शक हुआ और उन्होंने कार की तलाशी ली तो कार के भीतर बैग में बड़ी मात्रा में कैश रखा हुआ था। पुलिस कार सवार को सीधे बाणगंगा थाने ले गई और यहां पर राशि की गिनती की गई तो रकम 50 लाख 90 हजार रुपए निकली। पुलिस ने पूछताछ करते हुए इनकम टैक्स विभाग को भी मामले की सूचना दी।

पुलिस के अनुसार कार सवार ने अपना नाम मोहनलाल सोनी निवासी इटारसी होना बताया है। उन्होंने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वे ज्वेलर हैं और इंदौर में एक ज्वेलर को पेमेंट देने आए थे। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हम अभी सांवेर चुनाव से इसे नहीं जोड़ सकते, लेकिन जांच के बाद ही कुछ कहा जाएगा।

वहीं, मोहनलाल सोनी ने बताया कि वे इटारसी में ज्वेलरी शॉप है। वे इंदौर में व्यापारी को देने रुपए लेकर आए थे। जिन्हें रुपए देने हैं, उनका नाम पता सबको नहीं बताया जा सकता। हम तीन भाई हैं, तीनों की शॉप है, माल की पेमेंट करने यहां आए थे। हमारे पास सब सबूत हैं। बड़ी रकम लेकर चलना सही नहीं है, लेकिन कई बार कैश में भी काम करना पड़ता है। आजकल 50 लाख रुपए क्या मायने रखते हैं। मैं उज्जैन नहाने जा रहा था। लौटकर इंदौर में पेमेंट करना था।

वहीं, मोहनलाल सोनी ने बताया कि वे इटारसी में ज्वेलरी शॉप है। वे इंदौर में व्यापारी को देने रुपए लेकर आए थे। जिन्हें रुपए देने हैं, उनका नाम पता सबको नहीं बताया जा सकता। हम तीन भाई हैं, तीनांे की शॉप है, माल की पेमेंट करने यहां आए थे। हमारे पास सब सबूत हैं। बड़ी रकम लेकर चलना सही नहीं है, लेकिन कई बार कैश में भी काम करना पड़ता है। आजकल 50 लाख रुपए क्या मायने रखते हैं। मैं उज्जैन नहाने जा रहा था। लौटकर इंदौर में पेमेंट करना था।

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