
राज्यसभा सांसद श्री विवेक तंखा ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ के खिलाफ दतिया जिले में महामारी एक्ट के तहत दर्ज की गई FIR पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि सिर्फ कमलनाथ के खिलाफ ही FIR क्यों दर्ज की गई। बता दें कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले नेताओं की लिस्ट काफी लंबी है और इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित सबसे ज्यादा नाम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के हैं।
कांग्रेस की ओर से इसे बीजेपी सरकार की दोगली कार्रवाई के आरोपों के बीच अब कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा भी ट्वीट कर इसमें कूद पड़े हैं। उन्होंने कमलनाथ का नाम एफआईआर में डालने को अन्याय बताते हुए चुनाव आयोग और सीएम शिराज सिंह चौहान से यह पूछा है कि अभी तक किस भाजपा के सीनियर लीडर पर नामज़द एफआईआर दर्ज हुई है?
नई गाइडलाइन पर भी भड़के तन्खा
तन्खा ने अपने ट्वीट में गृह मंत्रायलय की ओर से गुरुवार को जारी नई गाइडलाइन्स की कॉपी भी साझा की है। साथ ही ये सवाल उठाया है कि आज से रूल को बदलने से पूर्व में अफ़सरों का एक पक्षीय रवैया ख़त्म नहीं होगा। बता दें कि मध्य प्रदेश में चुनावी सभाओं के दौरान भीड़ को लेकर चुनाव आयोग की नई गाइडलाइंस जारी हुई हैं। इनमें अब चुनावी रैलियों के लिए सिंधिया और सचिन पायलट जैसे स्टार प्रचारकों की संख्या को 40 से घटाकर 30 लोगों तक कर दिया गया हैं तो वहीं खुले में होने वाली चुनावी सभा में शामिल भीड़ को अब अनलिमिट कर दिया गया है। यानी अब पहले तय 100 लोगों की भीड़ की सीमा समाप्त कर दिया गया है।
More Stories
सुप्रीम कोर्ट ने पहलवानों की याचिका पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये
मप्र में महिलाओं के कौमार्य परीक्षण मामले में कमलनाथ ने NCW की अध्यक्ष को लिखा पत्र, उच्च स्तरीय जांच की मांग की
कमलनाथ का शिवराज सरकार के खिलाफ ‘आरोप पत्र’