
निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश में एग्जिट पोल्स पर रोक लगा दी है। मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को सभी उपचुनाव वाले क्षेत्रों के कलेक्टरों, जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग अफसरों को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है। चुनाव आयोग की तरफ से भेजे गए पत्र में लिखा है कि उपचुनाव के दौरान एग्जिट पोल पर पाबंदी संबंधी आयोग की अधिसूचना समाचार पत्रों, टीवी चैनलों और मीडियाकर्मियों को उपलब्ध कराई जाए और इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए।
माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग ने एग्जिट पोल पर पाबंदी लगाने का आदेश इसीलिए जारी किया है ताकि वोटर्स के बीच भ्रम की स्थिति पैदा नहीं हो। ऐसा माना जाता है कि चुनाव के दौरान एग्जिट पोल का असर मतदाताओं पर पड़ता है और इससे निष्पक्ष मतदान प्रभावित होते हैं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होने हैं, जबकि नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। मध्य प्रदेश के इतिहास में इतनी ज्यादा विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव पहली बार हो रहे हैं, जिनमें 63 लाख से अधिक मतदाता शामिल होंगे। इसीलिए इस उपचुनाव को एक तरह से मिनी चुनाव ही माना जा रहा है। इन 28 सीटों के नतीजे ही तय करेंगे कि शिवराज सिंह चौहान की सरकार रहेगी या कमलनाथ एक बार फिर से वापसी करेंगे।
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