सभी वर्गों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कार्यरत वित्त निगमों को नए सिरे से पुर्नजीवित करेंगे एवं इनके माध्यम से अजा, अजजा, ओबीसी, सामान्य निर्धन वर्ग एवं दिव्यांगजनों को स्वरोजगार के नए अवसर देंगे।
स्वरोजगार योजना की शुरुआत होने से राज्य की बेरोजगारी की समस्या को कम करने और प्रदेश के युवाओं को अपने पैरों पर खड़े करने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने योजना बनायी है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के बेरोजगार युवाओ को स्वरोजगार प्रदान करने के लिए आर्थिक सहायता राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।
इस योजना के तहत राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओ को ही पात्र माना जायेगा। के तहत उद्योग क्षेत्र के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और सेवा क्षेत्र के लिए 10 लाख रूपये की वित्तीय सहायता प्रदना की जाएगी। साथ ही सरकार द्वारा परियोजना लागत की कुल राशि दी जाएगी । उधोग क्षेत्र के लिए और सेवा क्षेत्र के लिए मनी उपलब्ध कराई जाएगी। युवा स्वरोजगार से जुड़ी सभी जानकारी जैसे आवेदन प्रक्रिया ,पात्रता , दस्तावेज़ आदि प्रदान ऑनलाइन करने जा रहे है।
युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत सामान्य श्रेणी के लोगों को लोन की राशि का कुछ अंशदान जमा करना होगा तथा अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, महिला एवं विकलांग लाभार्थियों को नाममात्र के लिए अंशदान जमा करना होगा। इसी के साथ यदि उद्यम शुरू होने के बाद 2 वर्ष तक उद्यम सफलतापूर्वक चलता है तो सरकार द्वारा प्रदान किया गया लोन अनुदान में परिवर्तित हो जाएगा।
जैसे की आप लोग जानते है कि राज्य में बहुत से ऐसे युवा है जो शिक्षित होने के बाद भी बेरोजगार होते है और वह आर्थिक रूप से कमज़ोर होने के कारण अपना खुद का रोजगार शुरू नहीं कर पाते। इसलिए प्रदेश सरकार द्वारा युवा स्वरोजगार योजना की शुरूआत करेंगे। इस योजना के ज़रिये राज्य के बेरोजगार युवाओ को रोजगार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना। इससे प्रदेश युवा स्वरोजगार योजना के ज़रिये बेरोजगारी कि समस्या को कम करना। इस योजना के ज़रिये राज्य के लोग अपना खुद का रोजगार शुरू कर सके। इस योजना के ज़रिये मध्यप्रदेश के बेरोजगार युवाओ को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना।
More Stories
Aaj bhi sadme me harda blast ke pidit
Yuva Congress ne CM ka putla Dahan kiya
Harda hadse par digvijaye ka CM ko patr