मध्य प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। अभियान के तहत पहला डोज तो लोगों ने लगवा लिया, लेकिन दूसरे डोज की पेंडेसी बढ़ती जा रही है। प्रदेश में 36 लाख लोगों का दूसरा डोज पेडिंग है। अब आशा और कॉल की मदद से ऐसे लोगों को टीका लगवाने बुलाएंगे। प्रदेश में सप्ताह में चार दिन सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शनिवार को कोरोना की वैक्सीन लगाने का दिन तय किया गया है। सरकार को केंद्र की तरफ से फिलहाल 8 से 10 लाख वैक्सीन मिल रही हैं। हालांकि सरकार की चिंता अब दूसरा डोज लगवाने वालों को लेकर है। दरअसल, पहला डोज लगवाने के बाद दूसरा डोज लगवाने लोग नहीं आ रहे हैं।
प्रदेश में दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या करीब 36 लाख के आसपास है। वहीं, भोपाल में भी सवा लाख लोगों की पेंडेंसी है। अब कोरोना का दूसरा डोज लगवाने के लिए मैसेज और कॉल करने की रणनीति बनी है। लोगों को उनके मैसेज पर कॉल करके बुलाया जाएगा। साथ ही, आशा कार्यकर्ताओं को भी पहला डोज लगाने वालों को दूसरा डोज लगाने के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी दी गई है। जानकारों का मानना है, दूसरा डोज लगवाने नहीं आने का बड़ा कारण शहरी क्षेत्र में ऑनलाइन स्लॉट बुक करने को लेकर लोगों का फ्रेंडली नहीं होना हो सकता है। इसके अलावा, बारिश का मौसम भी दूसरा कारण बताया जा रहा है।
अब सरकार के सामने दूसरा डोज की पेंडेंसी को कम करना बड़ी चुनौती है। प्रदेश में अब तक 3 करोड़ 36 लाख 50 हजार 431 लोगों को टीका लगा है। इसमें पहला डोज 2 करोड़ 82 लाख 55 हजार 415 और दूसरा डोज 53 लाख 95 हजार 16 लोगों को ही लगा है। भोपाल में गुरुवार को 168 सेंटर पर 45 हजार वैक्सीन लगाई जाएगी। इसमें 16 हजार कोवैक्सीन और 29 हजार कोवीशील्ड है। कोवैक्सिन का दूसरा डोज और कोवीशील्ड का पहला और दूसरा दोनों डोज लगाए जाएंगे। शहरी सेंटर पर 3 बजे के बाद वैक्सीन बचने पर ऑन साइट रजिस्ट्रेशन से भी वैक्सीन लगाई जाएगी।
भोपाल जिले के टीकाकरण अधिकारी डॉ. उपेन्द्र दुबे ने बताया, भोपाल में दूसरे डोज की पेडेंसी के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। कॉल सेंटर से लोगों को दूसरा डोज लगाने के लिए आशा और कॉल की मदद से टीका लगवाने के लिए बुलाएंगे। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं की मदद ली जा रही है।
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