मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आई बाढ़ (Flood) के चलते हालात काफी खराब हैं. सूबे में बाढ़ और उससे जुड़ी घटनाओं में अबतक 24 लोगों की मौत (Deaths) हो चुकी है. वहीं, बाढ़ से 1250 गांव प्रभावित हुए हैं. भारी बारिश से ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, श्योपुर, दतिया, अशोकनगर, भिंड और मुरैना में काफी नुकसान हुआ है
बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने में NDRF, SDRF, वायुसेना और सेना जुटी हुई है. अबतक 8800 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. सूबे में बाढ़ के खतरे को देखते हुए करीब 29 हज़ार लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था. फिलहाल मुरैना, शिवपुरी, भिंड, श्योपुर और अशोकनगर में लोगों को बचाने के लिए आर्मी के 5 कॉलम मौजूद हैं. वहीं यहां NDRF की आठ यूनिट भी तैनात है. इसके अलावा एयरफोर्स के 3 हेलीकॉप्टर, SDERF की 29 टीम तैनात हैं.
मध्य प्रदेश में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है. यहां अबतक करीब 25 हज़ार मकान टूटे हैं और नदी के तेज़ बहाव में अबतक 6 पुल बह चुके हैं या क्षतिग्रस्त हुए हैं. बता दें कि एमपी के ग्वालियर में भारी बारिश और डैम से छोड़े गए पानी की वजह से हालात बेकाबू हो गए हैं. राहत बचाव के लिए सेना और वायुसेना की मदद ली जा रही है. वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लोगों को बचाया जा रहा है, लेकिन भारी बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कत आ रही है. सैकड़ों गांवों में हालात खराब हो गए हैं. गांवों में पानी के तेज बहाव के कारण रेस्क्यू टीम भी नहीं पहुंच पा रही है. लोग पहाडों, मंदिर, खुले मैदान, ट्रैक्टर ट्राली में रहकर समय निकाल रहे हैं.
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