
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा को बजट सत्र समय से पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही करते हुए कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को नोटिस जारी कर 15 दिनों में जवाब मांगा है। कांग्रेस ने इस मामले का विरोध करने का फैसला किया है। कांग्रेस के कद्दावर नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि वो विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष किसी पार्टी का नहीं होता जो अध्यक्ष अपने सदस्यों की रक्षा नहीं कर सकता उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे। जीतू पटवारी का मामला आचरण समिति के तहत नहीं आता। ये नोटिस गलत तरीके से भेजा गया। आचरण समिति की कार्यवाही विधानसभा के अंदर की गतिविधियों पर होती है। जीतू ने जो भी कहा वो सदन के बाहर कहा है।
वहीं कांग्रेस के ऐतराज पर विधानसभा अध्यक्ष बोले सर्व सम्मति से सदन के स्थगन का फैसला हुआ है। दोनों पार्टियों की सहमति है। ये सदन में संसदीय कार्य मंत्री ने कहा है बजट सत्र के जो कार्य थे सभी पूरे कर लिए गए हैं। वहीं पटवारी के मामले में उन्होंने रूल बुक दिखाते हुए कहा कि जो भी कार्यवाही हुई है वह नियमों के तहत हुई है। नोटिस की जवाब के बाद आगे फैसला लिया जाएगा।
पूरे मामले पर जीतू पटवारी ने कहा कि बिल्ली की आंखों से शेर नहीं डरता है। इस नोटिस का कोई औचित्य नहीं है। मैंने जो कहा सदन के बाहर कहा है इसलिए आचरण समिति के अंतर्गत कार्यवाही हो ही नहीं सकती। कांग्रेस विधायक दल अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करेगा। वहीं सदन के स्थगन को लेकर उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने 7 दिन सत्र बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन सरकार जनहित के मुद्दों से भाग रही।
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