April 26, 2024

BJP नेता ने सीएम चौहान से की भोपाल के ऐतिहासिक इकबाल मैदान का नाम बदलने की मांग, लिखा पत्र

भोपाल। मध्य प्रदेश में ऐतिहासिक धरोहरों, स्थलों और शहरों के नाम बदलने का सिलसिला निरंतर जारी है। एक ऐतिहासिक धरोहर का नाम बदला नहीं जाता कि बीजेपी के लोग दूसरे की मांग कर देते हैं। इसी बीच अब राजधानी भोपाल स्थित इकबाल मैदान का नाम बदलने की मांग उठने लगी है। बीजेपी नेता सुरेंद्र शर्मा ने इस संबंध में सीएम चौहान को पत्र लिखा है।

बता दें कि इस मैदान का नाम मशहूर शायर मोहम्मद अल्लामा इकबाल के नाम पर रखा गया है। कहा जाता है कि अल्लामा इकबाल ने “सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तान हमारा” इसी मैदान में बैठकर लिखा था।बीजेपी नेता सुरेंद्र शर्मा के मुताबिक सीएम को लिखे पत्र का जवाब भी आया है जिसमें बताया गया है कि नियम के अनुसार कार्यवाही के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र भेज दिया गया है।

बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने सीएम को संबोधित पत्र में लिखा है कि, ‘देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है परंतु दुर्भाग्य से भोपाल में एक मैदान का नाम मोहम्मद अल्लामा इकबाल के नाम पर भी है। यह वही अल्लामा इकबाल है जिसने मुस्लिम लीग अध्यक्ष रहते हुए मुस्लिम लीग के 29 दिसंबर 1930 में हुए इलाहाबाद अधिवेशन में पाकिस्तान प्रस्ताव रखते हुए कहा था कि में पंजाब उत्तर पश्चिम सीमावर्ती प्रांत, सिंध और बलूचिस्तान को सम्मिलित रूप से एक राष्ट्र देखना चाहूंगा।’

शर्मा ने कहा है कि हो सकता है यह व्यक्ति कभी राष्ट्रवादी रहा हो पर जीवन के अंतिम काल में यह व्यक्ति भारत के विभाजन का कारक बना। उन्होंने यह भी लिखा कि, ‘इकबाल न केवल मुस्लिम लीग का अध्यक्ष रहा बल्कि भारत के विभाजन का कारण भी बना। पाकिस्तान में उसे राष्ट्र कवि का दर्जा भी प्राप्त है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि भोपाल के इकबाल मैदान का नाम बदलकर देश के किसी भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाम पर किया जाए।’

कांग्रेस ने इसे जनता को मुद्दों से भटकाने की कोशिश करार दिया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि, ‘आज देश की जनता बदहाल है। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर ये लोग बात नहीं करना चाहते। रही बात नाम बदलने की तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। उसपर बात क्यों नहीं करते? जनता को मुख्य मुद्दे से भटकना चाहते हैं, इसलिए इस तरह की राजनीति कर रहे हैं।’

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