भिंड- मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के भिंड (Bhind) में बीते सालों में चंबल (Chambal River) और सिंध नदी (Sindh River) द्वारा मचाई गई तबाही को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. चंबल नदी में कोटा बैराज डैम (Kota Barrage) से एक लाख 84 हजार क्यूसेक पानी रिलीज करने से चंबल में अचानक बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. इसे देखते हुए प्रशासन ने चंबल के किनारे बसे हुए दो दर्जन गांवों में अलर्ट जारी किया है. दरअसल एक दर्जन गांव ऐसे हैं, जिनकी निचली बस्ती में बाढ़ का खतरा सबसे पहले पहुंचता है.
यही वजह है कि उन गांव के निचली बस्तियों के रहवासियों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए पुलिस वाहन गांव-गांव जाकर मुनादी कर रहा है. साथ ही गांवों में पोस्टर भी चिपका रहा है. संभावित बाढ़ ग्रस्त इलाके में आने वाले गांवों में खास करके निचली बस्तियों के लोगों के अपने घरों को खाली कर सुरक्षित अपने पशुधन और अनाज सहित ऊंचे स्थान पर चले जाने को लेकर मुनादी की जा रही है. चंबल नदी का खतरे का निशान 119.80 उदी घाट चंबल पुल पर है.
एक लाख क्यूसेक और छोड़ा जाएगा पानी
गुरुवार की सुबह 8:00 बजे के करीब कोटा बैराज डैम से रिलीज किया गया. 1,84,000 क्यूसेक पानी भिंड इलाके में दाखिल होकर उदी घाट पर बने चंबल पुल के खतरे के निशान के बराबर पहुंच चुका है. खतरे का महा निशान 122 मीटर पर है. प्रशासन 123 मीटर तक जाने की उम्मीद कर रहा है. जबकि एक लाख क्यूसेक पानी और छोड़ा जाना है, जिसके चलते बाढ़ जैसे हालात कभी भी बन सकते हैं. इसे लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट पर है. वही भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस ने एसडीआरएफ और होमगार्ड की राहत बचाव टीमें भी इलाके में तैनात कर दी हैं, ताकि अचानक आने वाली किसी भी आपदा से निपटा जा सके.
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