April 19, 2024

ABVP नेता ने जीवाजी विवि के कुलपति को धमकाया, यह है पूरा मामला

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित जीवाजी विश्वविद्यालय में एबीवीपी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी सामने आई है। यहां एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जबरन विश्वविद्यालय में घुसकर कुलपति प्रो अविनाश तिवारी के साथ अभद्रता की। एबीवीपी नेता ने चिल्लाते हुए वाइसचांसलर से कहा कि एबीवीपी को हल्के में मत लो, वरना कुर्सी जाते टाइम नहीं लगेगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक ABVP जीवाजी विश्वविद्यालय के विधि संस्थान में बैठक करना चाहती थी। लेकिन विभागाध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसी बात को लेकर सत्ताधारी दल से जुड़े छात्र संगठन के लोग भड़क गए। शुक्रवार को विद्यार्थी परिषद के पांच कार्यकर्ता जबरन विश्वविद्यालय में घुस गए। कुलपति के पास जाने से सुरक्षा गार्ड ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को रोकने की भी कोशिश की। लेकिन वे धक्का मुक्की करने लगे और अंदर चले गए।

कुलपति अपने केबिन में शनिवार को आयोजित दीक्षांत समारोह की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।ABVP के संगठन महामंत्री संदीप वैष्णव के साथ पहुंचे कार्यकर्ताओं ने केबिन में घुसते ही चिल्लाना शुरू कर दिया। इस दौरान वे इस बात पर भी हो हल्ला कर रहे थे कि शनिवार को होने वाले दीक्षांत समारोह में संगठन को आमंत्रण पत्र क्यों नहीं दिया गया।

ABVP के संगठन महामंत्री संदीप वैष्णव ने कुलपति प्रो अविनाश तिवारी को उंगली दिखाते हुए कहा कि आप बहुत बड़े गुंडे हो क्या? हमें हल्के में मत लो वरना कुर्सी जाते टाइम नहीं लगेगा। आपको ज्ञान नहीं है कि विद्यार्थी परिषद क्या है। हमें प्रदर्शन करना होता है तो सिर्फ पांच लोग के साथ नहीं आते हैं। इस दौरान कुलपति ने उनसे आग्रह करते हुए कहा कि आप नाराज क्यों हो रहे हैं? इसपर एबीवीपी के लोग और चिल्लाने लगे। उन्होंने कहा कि उस गार्ड को तत्काल हटाओ, जो हमें अंदर आने से रोक रहा था। इसपर कुलपति कहते हैं कि हटा दूंगा तो एबीवीपी कार्यकर्ता कहने लगते हैं कि अभी फोन लगाओ और अभी तत्काल हटाओ उसे।

सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कुलपति के साथ कुछ युवक किस तरह से बदतमीजी की जा रही है। इस दौरान विवी के रजिस्ट्रार डॉ. सुशील मंडेरिया समेत अन्य प्रोफेसर और स्टाफ भी मौजूद थे। लेकिन सत्ताधारी दल से जुड़े कार्यकर्ताओं के आगे वे बेबस दिखे। मामले पर कुलपति ने कहा कि- छात्र युवा हैं, कभी-कभी नाराज हो जाते हैं। उन्हें मुख्य द्वार पर रोक लिया गया था। इस कारण वे आक्रोशित हो गए थे। वह भी परिवार का हिस्सा हैं। आक्रोश में कुछ कह गए होंगे।’

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