March 29, 2024

लगातार गहराता विवाद, ब्राह्मणों से पूजा-पाठ नहीं कराएंगे, कराने वाले पर लगेगा जुर्माना

भोपाल- मध्य प्रदेश में ब्राह्मण बनाम लोधी समुदाय का विवाद लगातार गहराता जा रहा है। प्रधुम्न लोधी के समर्थन में न सिर्फ लोधी समाज के लोग बल्कि ओबीसी महासभा से लेकर एससी/एसटी समाज के लोग भी खुलकर सामने आ गए हैं। इसी बीच लोधी समाज के पांच गांव के लोगों ने यह निर्णय लिया है कि वे किसी भी आयोजना में ब्राह्मणों से पूजा पाठ नहीं कराएंगे।

दरअसल, गुरुवार को शिवपुरी जिले के कोलारस स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर पार्क में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। ओबीसी महासभा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में एसटी एससी ओबीसी समाज के लोग एकत्रित हुए थे। ओबीसी महासभा ने एक ज्ञापन दलित पिछड़ों और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार और अन्याय के खिलाफ एसडीएम को सौंपा।

इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि प्रीतम लोधी का उपस्थित होना था, लेकिन स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के चलते उनके बेटे राकेश लोधी ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। ओबीसी महासभा के इस मंच से ही 5 गांव में रहने वाले लोधी समाज के लोगों ने ब्राह्मणों को पूजा पाठ में नहीं बुलाने का ऐलान किया। इन गांवों के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हमने किसी भी पंडित को कथा शादी विवाह व हवन आदि मांगलिक कार्यक्रमों में पूजा पाठ कराने के लिए नहीं बुलाने का फैसला लिया है।

इस पंचनामे को वार्ड क्रमांक 15 के जिला पंचायत सदस्य मनीराम लोधी ने ओबीसी महासभा के भरे मंच पर खड़े होकर सुनाया। मनीराम लोधी ने मंच से पंचनामा पढ़ते हुए कहा कि 31 अगस्त को पांच गांव, शंकरपुर, भडोरा, टपरियन, हीरापुर, पुरैनी में रहने वाले लोधी समाज के लोगों ने तालाब महादेव मंदिर शंकरपुर पर एकत्रित होकर यह फैसला लिया गया है कि सभी लोधी समाज के लोग कथा शादी विवाह व हवन एवं अन्य मांगलिक कार्यों में पंडितों को नहीं बुलाएंगे।

उन्होंने बताया कि यदि कोई भी लोधी समाज का व्यक्ति पंडितों को कार्यक्रमों में बुलाता है तो उस पर लोधी समाज के द्वारा 51 सौ रुपए का दंड लगाया जाएगा। साथ ही संबंधित व्यक्ति को समाज से बहिष्कृत भी किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान प्रीतम लोधी के पुत्र राकेश लोधी ने कहा कि अगर लोगों को न्याय नहीं मिला तो उनके पिता प्रीतम लोधी के द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

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