April 25, 2024

मप्र विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन, कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने की गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग

भोपाल- गुरुवार को मप्र विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन है। सत्र शुरू होने के पहले कांग्रेस विधायक विधानसभा के गेट नंबर 3 के सामने धरने पर बैठ गए। विधायक नारेबाजी करते हुए विधानसभा के अंदर जाने की कोशिश कर रहे हैं। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेढ़ा रो पड़े। बोले- मेरी जान को खतरा है। विधायक जीतू पटवारी ने उनके आंसू पोछे।

विधायक मेढ़ा बोले, कल मैं जब विधानसभा में अध्यक्ष के पास जा रहा था, तब गेट पर पुलिसवालों ने मारा-कूटी की। जब मैंने अध्यक्ष को बताया कि मेरे साथ ऐसी घटना हुई तो विधायक उमाशंकर गुप्ता ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की। मेरा गला दबाकर मारने की कोशिश की। मैंने कहा, मैं अपने क्षेत्र में पुनर्वास की बात को क्यों नहीं उठाऊं। मेरे क्षेत्र में सरकार ने पुनर्वास की कोई व्यवस्था नहीं की। किसान जंगलों में रहने को मजबूर हैं। 500 परिवार कहां जाएं। सीएम शिवराज आज तक वहां नहीं गए। मैंने आवाज उठाई तो साजिश के तहत मुझ पर हमला किया गया। मुझे अध्यक्ष और गृहमंत्री को बताने का अधिकार नहीं है। मुझ पर जानलेवा हमला हुआ है। मुझे सुरक्षा नहीं चाहिए, जो दी है वह भी ले ली जाए। मैं किसान भाइयों के लिए मरने को तैयार हूं।

विधायक पटवारी ने भी लगाए आरोप
कांग्रेस ने सदन की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सत्ता पक्ष के विधायक उमाकांत शर्मा पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, कांग्रेस के विधायक पांचीलाल मेढ़ा को जान का खतरा है। उन्होंने सरकार से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।

इधर, बुधवार की तरह गुरुवार को भी सत्र की शुरुआत हंगामे से हुई। प्रश्नकाल के शुरुआत में ही नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने विधायक के साथ बदसलूकी का मुद्दा उठाया। इस बात पर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा और नेता प्रतिपक्ष के बीच जमकर बहस हुई। नेता प्रतिपक्ष ने इस पर चर्चा करवाने की मांग की। भारी हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को थोड़ी देर के लिए स्थगित करना पड़ा।

जैसा कांग्रेस का गाना होगा, वैसा हमारा बजाना: संसदीय कार्यमंत्री मिश्रा
विधानसभा की कार्यवाही काे लेकर बोले, जैसा कांग्रेस का गाना होगा, वैसा हमारा बजाना होगा। विपक्ष सदन चलने नहीं देना चाहता, इसका कारण विपक्ष का एक्सपोज होना है। उनके पास कोई वक्ता भी नहीं है, इसलिए सिर्फ हंगामा कर सदन के संचालन में अवरोध उत्पन्न करते हैं।

बुधवार को सदन में शुरू से ही हंगामा होता रहा। पक्ष-विपक्ष के विधायकों ने एक-दूसरे पर अभद्रता करने के आरोप लगाए थे। दोपहर सवा 1 बजे तक ही विधानसभा चल सकी और सीएम शिवराज सिंह चौहान के वक्तव्य के बाद विपक्षी विधायक आसंदी के सामने धरने पर बैठ गए थे। अध्यक्ष ने विधानसभा को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया था।

इन मुद्दों पर घेरने की कोशिश
कांग्रेस गुरुवार को भी पोषण आहार को लेकर सीएजी की रिपोर्ट, भोपाल में स्कूल बस में बच्ची के साथ हुई रेप की घटना, धार में शराब माफियाओं द्वारा अफसरों से की गई मारपीट जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी।

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