March 19, 2024

ED के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे डॉ गोविंद सिंह, बीजेपी की एजेंट बनकर काम कर रही है

भोपाल- मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने ED (प्रवर्तन निदेशालय) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस नेता ने जांच एजेंसी से मिले नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि ईडी ये बताए कि किस मामले में मुझे बुलाया गया है। चार हफ्ते के भीतर यदि कारण नहीं बताया गया तो हम सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे।

शनिवार को राजधानी भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि, “हिंदुस्तान में ईडी का गठन इसलिए किया गया था कि किसी व्यक्ति ने यदि देश एवं विदेश में अवैध संपत्ति बनाई है तो ईडी उस पर शिकंजा कस सके, परंतु आज ईडी का एक ही काम बचा है, वह बीजेपी की एजेंट बनकर काम कर रही है। बीते 13 जनवरी को मेरे नाम से एक समन आया जो मुझे 24 जनवरी को प्राप्त हुआ। मुझे यह समझ नहीं आया कि आखिर उसमें लिखा क्या है। मैने सीनियर वकीलों से भी जानकारी ली है कि मेरा क्या अपराध है? किस मुद्दे पर मुझे बुलाया गया? इसका नोटिस में कोई उल्लेख नहीं है? 27 जनवरी को दिल्ली आने को कहा गया था।”

सिंह ने कहा कि, “आखिर किसके इशारे पर ईडी विपक्ष के नेताओं को परेशान करती है। मैने अपने बड़े अधिवक्ताओं विवेक तन्खा, कपिल सिब्बल आदि को नोटिस के बारे बताया तो उन्होंने द्वारा कहा कि ऐसा नोटिस पहली बार देखा है। मैंने अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से नोटिस का जवाब दिया है कि किस आधार पर मुझे नोटिस भेजा गया है। ईडी पहले ये बताए वरना हम सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे। मैं सरकार की तानाशाही के खिलाफ इस लड़ाई में यदि जेल भी जाऊंगा तो उसे मंदिर जाना समझूंगा। कांग्रेस इस तरह के तानाशाही रवैये से डरने वाली नहीं है।”

सिंह ने आगे कहा कि, “बीजेपी के नेताओं के कारनामों को उजागर न कर सकें इसलिए सरकार ईडी के माध्यम से कांग्रेस के नेताओं को परेशान कर रही है। जीवन में मैने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिसमें मुझे नीचा देखना पड़े। खेती किसानी के अलावा मेरे पास कोई काम नही हैं, मेरे पास न तो कोई कंपनी है और न ही मेरे पास किसी कंपनी के शेयर हैं। कंपनी कैसे बनती है, कैसे चलती है उसकी एबीसीडी भी मुझे पता नहीं। बीजेपी सिर्फ विपक्ष के नेताओं को भयभीत और दबाने का काम कर रही है।”

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, “मुझे ईडी से समन भेजा गया है उसमें 2019 का कोई मामला बताया गया है लेकिन मामला क्या है ऐसा कुछ नहीं लिखा। मैं ईडी से पूछना चाहता हूं वह अभी तक क्या कर रही थी। अगले आठ महीने में चुनाव है, ईडी केवल भाजपा के इशारे पर नाच रही है। चुनाव में बीजेपी की नाव डूबने की कगार पर है। इनकी नाव में कई छेद हो चुके हैं।”

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने पत्रकार वार्ता की शुरुआत में कहा कि इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी द्वारा राजनीतिक दबाव बनाने के लिए कांग्रेस नेताओं पर ईडी की कार्रवाई की शुरूआत की गई है।
राजनीतिक दबाव बनाने के लिए डॉ. गोविंद सिंह को समन भेजकर श्री गणेश किया गया है। भोपाल में भी ईडी का दफ्तर है जो बीएसएनएल के किराए की बिल्डिंग में चल रहा है। फिर एजेंसी द्वारा डॉ. गोविंद सिंह को दिल्ली में बुलाने का औचित्य क्या है? इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की साजिश स्पष्ट तौर पर दिखाई पड़ती है। जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निंदा करती है। इस लड़ाई को डॉ. गोविंद सिंह अकेले नहीं लड़ेंगे, पूरी कांग्रेस मिलकर इस लड़ाई को लड़ेगी।”

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