March 19, 2024

जम्मू कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर कही यह बात, राहुल गांधी की सुरक्षा में हुई थी चूक

नई दिल्ली- राहुल गांधी की सूरक्षा में चूक को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस एक के एक तीन ट्वीट कर सोशल मीडिया पर अपना पक्ष रखा है। कश्मीर जोन पुलिस की तरफ से हुए ट्वीट में कहा है कि सुरक्षा में जरा भी चूक नहीं हुई है। इसके लिए व्यपाक बंदोबस्त थे। बड़ी भीड़ के लिए यात्रा के आयोजकों ने सूचित नहीं किया था।

कांग्रेस के आरोप पर सफाई देते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि आयोजकों ने यात्रा को 1 किमी के बाद रोकने पर कोई निर्णय लेने से पहले उससे परामर्श नहीं लिया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्विटर पर कहा, “आयोजकों ने 1 किमी की यात्रा आयोजित करने के बाद यात्रा को रोकने के बारे में कोई निर्णय लेने से पहले जेकेपी से परामर्श नहीं किया था। बाकी यात्रा शांतिपूर्वक जारी रही। सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। हम पुख्ता सुरक्षा प्रदान करेंगे।”

पुलिस ने कहा, “आयोजकों द्वारा सत्यापित व्यक्तियों की तलाशी लेने के बाद ही भीड़ को यात्रा के मार्ग की ओर जाने की अनुमति दी गई थी।” पुलिस ने आगे कहा, “भारत जोड़ो यात्रा के आयोजकों और प्रबंधकों ने यात्रा में बनिहाल से शामिल होने वाली बड़ी भीड़ के बारे में सूचित नहीं किया था। भीड़ शुरुआती बिंदु के पास ही उमड़ पड़ी थी। सीएपीएफ की 15 कंपनियों और जेकेपी की 10 कंपनियों सहित पूरे सुरक्षा इंतजाम थे। इनमें आरओपी और क्यूआरटी शामिल थे। रूट डोमिनेशन, लेटरल डिप्लॉयमेंट और एसएफ को हाई-रिज पर तैनात किया गया था।”

दरअसल, शुक्रवार को, जम्मू और कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की सुरक्षा में भारी चूक देखने को मिली थी। इसके बाद राहुल गांधी को पदयात्रा रोकना पड़ा था। राहुल गांधी ने इस संबंध में कहा, ‘जब हमने जवाहर सुरंग पार की, तो मेरे स्वागत के लिए भारी भीड़ थी। लेकिन भीड़ को संभालने या नियंत्रित करने के लिए एक भी पुलिस वाला नहीं था। मेरे सुरक्षा गार्डों ने मुझे आगे नहीं जाने की सलाह दी। मेरे सुरक्षा गार्ड मुझे जो सलाह देते हैं, उसके खिलाफ जाना मेरे लिए बहुत मुश्किल है।’

वहीं कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि, “राजनीति अपनी जगह है पर कश्मीर घाटी में राहुल की सुरक्षा से खिलवाड़ करके सरकार ने अपने निम्नतम से भी निम्नतम स्तर का प्रदर्शन किया है। भारत पहले ही इन्दिरा गांधी जी और राजीव गांधी जी को खो चुका है, किसी भी सरकार या प्रशासन को ऐसे मामलों पर राजनीति करने से बाज आना चाहिए।”

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