March 29, 2024

विधायक रामबाई ने भाजपा और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर साधा निशाना, काहे का सिंधिया का गढ़, जनता का गढ़ है

भोपाल- बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक काशी राम की 89वीं जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश में बसपा ने अपने चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है। इस मौके पर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बसपा की ओर से कार्यक्रम आयोजित किए गए। ग्वालियर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पथरिया से बीएसपी विधायक रामबाई ने भाजपा और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा।

ग्वालियर में फूल बाग मैदान पर आयोजित बसपा के सम्मेलन में रामबाई ने कहा, ‘यहां पत्रकारों ने हमसे पूछा कि यह सिंधिया का गढ़ है। काहे का सिंधिया का गढ़? यह जनता का गढ़ है। सिंधिया ने कौन जनता के लिए दल बदला है, वे तो अपने हित लिए पाला बदले हैं। अपने हित के लिए दल बदल कर दूसरी पार्टी में चले गए, काहे का गढ़। जनता जब करवट लेती है, तो अच्छे अच्छों को धूल चटा देती है। सिंधिया क्या चुनाव हारे नहीं?’

रामबाई ने कहा, ‘सिंधिया दूसरी पार्टी में जाकर पहले वाली पार्टी की बुराई करने लगे। ऐसा काम ही क्यों करना कि अपनी पहली पार्टी की बुराई करनी पड़े, इसलिए अपनी ही पार्टी में रहो, वो बढ़िया है।’ विधायक रामबाई ने दावा किया कि बसपा मध्य प्रदेश में सभी 230 सीट पर चुनाव लड़ने जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि हमें बहुमत नहीं भी मिलता है, तो यह तो पक्का है कि हमारे बिना किसी की सरकार नहीं बनेगी।

विधायक रामबाई ने आगे कहा, ‘बसपा में नहीं, बल्कि भाजपा में टिकट बिकते हैं। भाजपा में टिकट का हिसाब ही यह है कि ज्यादा पैसे दे जाओ और टिकट ले आओ। मैं बसपा का उदाहरण हूं। एक रुपया खर्च किए बिना टिकट लिया और जीती भी। जब बहन मायावती मेरे चुनाव के दौरान प्रचार प्रसार करने के लिए गई थी तो खुद उनका 10 से 15 लाख रुपए लगा था।’

बीएसपी विधायक ने ग्वालियर के लोगों से कहा कि मध्य प्रदेश में अगर बसपा की सरकार बनती है, तो आपको वो सभी सुविधाएं मिलेंगी, जिनके आप हकदार हैं। एक कार्यकर्ता अगर 10 लोगाें को बीएसपी को वोट करने के लिए प्रेरित करेगा, तो हमारी सरकार बन जाएगी। आम आदमी पार्टी को लेकर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में उनका कोई वजूद नहीं है। उन्हें कहीं भी दो से तीन हजार वोट से ज्यादा नहीं मिल रहे। बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेता व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अवधेश प्रताप सिंह राठौर समेत कई अन्य लोगों ने भी बसपा की सदस्यता ली।

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