March 28, 2024

जिस समय किसान त्राहि त्राहि कर रहा है उस समय प्रशासन में इस तरह की अफरा-तफरी मुख्यमंत्री की ओर से गंभीर अपराध से कम नहीं है: कमलनाथ

भोपाल- मध्य प्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। किसान जहां सरकार से मुआवजे की उम्मीद कर रहे हैं, वहीं प्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार सोमवार से 3 दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। उनके छुट्‌टी पर जाने से फसल के नुकसान का सर्वे कार्य रुक गया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इसे मुख्यमंत्री की ओर से गंभीर अपराध बताया है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, “मध्य प्रदेश का किसान ओलावृष्टि से फसल खराब हो जाने से परेशान है। ऐसे में तहसीलदार और नायब तहसीलदारों की हड़ताल से फसल को हुए नुकसान का सर्वेक्षण कार्य बुरी तरह प्रभावित होगा। अव्वल तो मुख्यमंत्री को खुद हवाई सर्वेक्षण करके अब तक फसल को हुए नुकसान की सहायता राशि दे देनी चाहिए थी, दूसरी बात यह है कि जब सर्वेक्षण ही कराना था तो पहले से घोषित हड़ताल को रुकवाने के लिए कोई पहल क्यों नहीं की गई?”

कमलनाथ ने आगे लिखा, “जिस समय किसान त्राहि त्राहि कर रहा है उस समय प्रशासन में इस तरह की अफरा-तफरी मुख्यमंत्री की ओर से गंभीर अपराध से कम नहीं है। मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि कांग्रेस को कोसना छोड़कर तत्काल किसानों की मदद करें और अधिकारियों की न्यायोचित मांगें मानकर हड़ताल समाप्त कराएं।”

बता दें कि तहसीलदार और नायब तहसीलदार प्रमोशन संबंधी मांगों को लेकर रविवार रात 8 बजे सभी ऑफिशियल वॉट्सएप ग्रुप से एकसाथ लेफ्ट हो गए थे। उन्होंने रात 9 बजे तक अपनी सरकारी गाड़ियां सीनियर अफसरों को जमा करा दी। अपना डिजिटल साइन का डोंगल भी रात 9 बजे तक वापस अपने पास जमा कर लिया। इसके बाद आज से अवकाश पर चले गए।

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