की मौतों पर चिंता जताई
नई दिल्ली – सुप्रीम कोर्ट ने मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में दाे माह के अंदर 3 अफ्रीकी चीतों की मौतों पर चिंता जताई है। कोर्ट ने चीतों की सुरक्षा को देखते हुए केंद्र को राजनीति से ऊपर उठते हुए इन्हें राजस्थान शिफ्ट करने पर विचार करने को कहा है। अदालत ने वन्यजीव विशेषज्ञ समिति को 15 दिन के अंदर चीता टास्क फोर्स काे सुझाव देने के निर्देश भी दिए हैं।
जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस संजय करोल की पीठ ने कहा कि एक्सपर्ट रिपोर्ट से लगता है कि चीतों की बड़ी आबादी के लिए कूनो में पर्याप्त स्थान और संसाधन नहीं हैं, इसलिए केंद्र सरकार काे दूसरे पार्क या सेंचुरी में चीतों की शिफ्टिंग पर विचार करना चाहिए।
कोर्ट ने पूछा- आप राजस्थान में जगह की तलाश क्यों नहीं करते? केवल इसलिए कि वहां विपक्षी पार्टी का शासन है। केंद्र की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि चीता टास्क फोर्स मौत के कारणों और इन्हें दूसरी सेंचुरी में शिफ्ट करने के पहलुओं की जांच कर रही है।
इस पर कोर्ट ने कहा- हम सरकार की मंशा पर संदेह नहीं कर रहे, लेकिन अखबारों में चीता विशेषज्ञों की उन रिपोर्ट पर ध्यान न देने से चिंतित हैं, जिसमें वे केंद्र को चीतों के लिए एक से अधिक हैबिटेट बनाने के लिए चेता रहे हैं।
भोपाल में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने गुरुवार को चीता प्रोजेक्ट की समीक्षा की। उन्होंने चीतों के लिए मंदसौर के गांधी सागर और सागर के नौरादेही को जल्दी तैयार करने के निर्देश दिए। वन अफसरों ने बताया कि गांधीसागर में चेनलिंक फेसिंग के लिए टेंडर जारी हो गए हैं। CS ने इसे 6 माह में पूरा करने को कहा। वन अफसरों ने बताया कि कूनो में 2 मादा चीता गर्भवती हैं। इनकी डिलीवरी जून में हो सकती है। इन्हें बच्चों समेत बड़े बाड़ों में रखना होगा। इसके लिए अतिरिक्त स्टाफ की जरूरत होगी।
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