कृषि कानून रद्द करने की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 11 जनवरी तक टल गई। हालांकि, कोर्ट ने ये जरूर कहा कि किसानों की हालत समझते हैं।
उधर किसानों ने खराब मौसम की वजह से 6 जनवरी की बजाय 7 जनवरी को दिल्ली के चारों तरफ ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा यह मार्च 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड का ट्रायल होगा।
250 महिलाएं करेंगी 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड का नेतृत्व
सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने कहा कि अगर सरकार ने कृषि कानून वापस नहीं लिए तो वे दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड करेंगे। परेड का नेतृत्व पंजाब और हरियाणा की महिलाएं करेंगी। वे किस तरह रैली को अंजाम देंगी, ये भी सोच लिया है। हरियाणा की करीब 250 महिलाएं ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं।
किसानों की सरकार से 8 जनवरी को बातचीत
किसानों और सरकार के बीच 4 जनवरी की मीटिंग बेनतीजा रही और अगली तारीख 8 जनवरी तय हुई। अगली मीटिंग में कृषि कानूनों को वापस लेने और MSP पर अलग कानून बनाने की मांग पर बात होगी। यह 9वें दौर की बैठक होगी। इससे पहले सिर्फ 7वें दौर की मीटिंग में किसानों की 2 मांगों पर सहमति बन पाई थी, बाकी सभी बैठकें बेनतीजा रहीं।
फतेहगढ़ साहिब के किसान की हार्ट अटैक से मौत
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के गांव रुड़की के किसान गुरदर्शन सिंह (48) की मंगलवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। वे दिल्ली में आंदोलन में शामिल हुए थे। उनके बेटे ने बताया कि 3 जनवरी को दिल्ली में पिता की तबीयत खराब होने पर डॉक्टरों ने उन्हें घर भेजा था। यहां उनकी मौत हो गई।
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