May 18, 2024

झाबुआ में आदिवासी छात्राओं के साथ छेड़खानी के विरुद्ध सड़कों पर उतरी NSUI, आरोपी SDM को फांसी देने की मांग

झाबुआ में एसडीएम सुनील कुमार झा ने आदिवासी छात्राओं के साथ की थी छेड़खानी, मामले में भोपाल में एनएसयूआई का विरोध प्रदर्शन

भोपाल – मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में आदिवासी नाबालिग छत्राओं से छेड़छाड़ का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस की छात्र संगठन एनएसयूआई ने आरोपी एसडीएम के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। भोपाल एनएसयूआई ने छात्राओं को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र संगठन ने आरोपी एसडीएम को फांसी की सजा देने की मांग की।
बुधवार दोपहर छात्र नेता राजवीर सिंह के नेतृत्व में कई दर्जन छात्र-छात्राएं और एनएसयूआई कार्यकर्ता भोपाल के कोलार इलाके में इकट्ठा हुए। इस दौरान उन्होंने झाबुआ में एसडीएम सुनील कुमार झा द्वारा आदिवासी छात्र छात्राओं के साथ छेड़खानी और दुर्व्यवहार किए जाने विरुद्ध विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की। साथ ही आरोपी एसडीएम के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई और उसे कठोर दण्ड देने की मांग की।
इस दौरान छात्र नेता राजवीर सिंह ने बताया कि झाबुआ में मंगलवार को आदिवासी छात्रावास में एसडीएम सुनील कुमार झा द्वारा छात्राओं के साथ जबरदस्ती कमरे में बुलाकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। आदिवासी छात्राओं के साथ छेड़खानी की गई अकेले कमरे में गलत तरीके से गलत शब्दों का उपयोग करके छात्राओं से अश्लील बातें की। छात्राओं को गलत तरीके से टच किया गया। इस घटना की जितनी भर्त्सना की जाए कम है।
राजवीर ने आगे कहा, “हैरानी की बात ये है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार “कौरवों की सभा के युधिष्ठिर” की तरह तमाशा देख रही हैं। साफ़ लग रहा है कि शिवराज सरकार की नजर में आदिवासियों के जीवन, प्रतिष्ठा और आबरू का कोई मूल्य नहीं है। आज मध्य प्रदेश आदिवासियों के साथ होने वाले अत्याचार में प्रथम स्थान में पहुंच गया है। एनसीआरबी की रिपोर्टे तो वर्षों से मध्य प्रदेश में आदिवासी अत्याचार की लज्जाजनक गाथाएं गाती आ रही हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।”
राजवीर ने पूछा कि, “प्रदेश में जब भी आदिवासियों के साथ अत्याचार होता है तो आरोपी हमेशा शासकीय अधिकारी अथवा भाजपा का सदस्य ही क्यों निकलता है? सबसे पहले सीधी जिले में भाजपा विधायक के प्रतिनिधि ने एक आदिवासी के चेहरे पर मूत्र विसर्जन किया, इसके बाद इंदौर जिले के राऊ में दो आदिवासी युवकों की बर्बर पिटाई की गई और अब झाबुआ से यह घृणित समाचार सामने आया है। इन सब घटनाओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि सत्ता के मद में चूर भाजपा के कार्यकर्ता और शिवराज सरकार के मदमस्त अधिकारी अपनी घिनौनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।”
राजवीर ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह के कुकृत्य सीएम शिवराज सिंह चौहान के सह पर ही किए जाते हैं। इस दौरान जितेंद्र विश्वकर्मा, जीशान खान, सत्यम सिंह परिहार, राज जयसवाल, सेवंती नागले, सविता पटेल, सेम्स तबरेज, जाहिद खान, आमिर अंसारी, रितिक शर्मा, रेहान खान, अमरीश तिवारी, फरदीन, आदि कार्यकर्ता व छात्र मौजूद थे।

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