हरदा – बीते 9 दिनों से शहर के घण्टाघर चौक पर पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के पीड़ित परिवार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। शनिवार शाम को पीड़ितों ने शासन प्रशासन की सद्बुद्धि को लेकर धरनास्थल पर हवन कुंड में आहुतियां छोड़ी।
धरना पीड़ितों की मांग है कि शासन के द्वारा उन्हें जो आर्थिक सहायता दी जानी है या दी जा रही है उसको लिखकर दिया जाए। वहीं घायलों को पांच लाख की आर्थिक सहायता दी जाए। वही उनके रहने के लिए मकान के लिए कितना और कब मुआवजा दिया जाएगा, स्थानीय स्तर के अधिकारी लिखकर दे ताकि वो निश्चिंत हो सकें।
पीड़ित लोगों की मांग है कि वो पिछले 9 दिनों से धरने पर बैठे हुए है।जिस तरह से प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा पीड़ित परिवारों को मदद करने के लिए जो कार्रवाई की जा रही है वह धरना स्थल पर आकर बताने से परहेज क्यों कर रहा है। जबकि पीड़ित लोग अपनी न्यायोचित मांग को लेकर धरने पर शांतिपूर्ण रूप से बैठे हुए हैं।
हालांकि प्रशासन ने हादसे में मारे गए 13 लोगों में से 4 मृतकों के परिजनों को अब तक पंद्रह पंद्रह लाख की सहायता राशि प्रदान की है। बैरागढ़ हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
उधर जिला प्रशासन ने एनजीटी के आदेश के परिपालन में एक मार्च को कलेक्टर आदित्य सिंह द्वारा दुर्घटना में शहनाज बी के पति रहीम की मृत्यु होने पर प्रति व्यक्ति 15 लाख के मान से कुल 15 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई। वहीं उसके पहले तीन मृतकों को भी पंद्रह पंद्रह लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है।
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