May 4, 2024

अरुण यादव बोले – प्रिय सिंधिया जी,पहले आपको सुनता था तो गर्व होता था, फिर शर्म भी आने लगी, अब तो दया ही आती है

‘जिस चेहरे को 2014 में लोग देखना चाहते थे, उस चेहरे को 2024 में धिक्कार रहे’

भोपाल – कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर हमला करते हुए कहा है कि वर्ष 2014 में जिस चेहरे को लोग देखना चाहते थे, उस चेहरे को 2024 में धिक्कार रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि स्तुतिगान करते हुए सिंधिया भावुक होकर बहक जाते हैं। यादव के अनुसार कर्ज, बेरोजगारी, गरीबी के लिए जो चेहरा सीधे तौर पर अपराधी है, सिंधिया उसका झूठा आभा मंडल पूरी दुनिया को बता रहे हैं जिसे देश स्वीकार नहीं कर रहा।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर निशाना साधते हुए पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष यादव ने लिखा है, कि पहले सिंधिया को सुनता था तो गर्व होता था, फिर हंसी आने लगी, फिर शर्म भी आने लगी और अब तो दया ही आ जाती है। यादव ने सिंधिया को लेकर लिखा कि क्या बोल रहे हैं? कहां बोल रहे हैं? कैसे बोल रहे हैं? क्यों बोल रहे हैं? कब बोल रहे हैं? किसके लिए बोल रहे हैं? क्या बोलने से पहले सोच रहे हैं?
कुर्सी बचाने के लिए ‘चरण-वंदना’ जरूर कीजिए, हर हाल में कीजिए, करते ही रहिए क्योंकि, यही आपकी विवशता है। अब यही आपका धर्म है। इसलिए, करना ही पड़ेगा। चिंता बस यह है कि ‘स्तुति-गान’ करते-करते जब आप भावुक हो जाते हैं, तब बहक जाते हैं। जिस चेहरे को 2014 में लोग देखना चाहते थे, उस चेहरे को 2024 में धिक्कार रहे हैं।
यादव ने लिखा है कि कर्ज, गरीबी और बेरोजगारी के लिए जो चेहरा सीधे तौर पर अपराधी है। आप उसका झूठा आभामंडल पूरी दुनिया में बता रहे हैं जिसे देश स्वीकार नहीं कर रहा, दुनिया क्यों करेगी? फिर भी यदि भाजपा के मतलबियों के बीच मजबूर हो गए हैं तो भक्ति गीत-संगीत का सहारा जरूर लें लेकिन, ऐसा आलाप लेकर एकांत को ही उपकृत करें, यह कृपा करें।

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