May 20, 2024

दो लड़कियों की मौत कैसे, 12 दिन बाद भी सवाल

vदेवास के एक गांव में अब तक 100 बीमार; भोपाल-इंदौर से भेजनी पड़ी डॉक्टरों की टीम

देवास – कांग्रेस नेता और पीसीसी चीफ के मीडिया एडवाइजर केके मिश्रा ने सोशल मीडिया पर मंगलवार रात पोस्ट की। ‘देवास जिले की टोंकखुर्द तहसील के गांव खेड़ा माधवपुर में विचित्र बीमारी का ग्रामीणजन न केवल सामना कर रहे हैं, बल्कि भयभीत भी हैं। बीमारी क्या है, इसके स्पष्ट प्रमाण नहीं हैं। बताया जा रहा है कि देवास जिला अस्पताल और अन्य अस्पतालों में गांव के करीब 70 लोग भर्ती हैं। दो मौतें भी हो गई हैं।’
इस पोस्ट ने भोपाल स्तर तक खलबली मचा दी। यह जानकारी सीएम डॉ. मोहन यादव तक पहुंची। उन्होंने तत्काल इंदौर और भोपाल से मेडिकल दल को देवास भेजने के आदेश दिए। बुधवार को स्थानीय टीम के साथ भोपाल और इंदौर की मेडिकल टीम गांव पहुंच गई। हालांकि, टीम को पता चला कि दो मौत के साथ अब तक 100 लोग बीमार हो चुके हैं। इनमें से 22 लोग मलेरिया पॉजिटिव मिले हैं। कुछ लोग अभी भी जिला अस्पताल में भर्ती हैं।
देवास जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर भास्कर की टीम खेड़ा माधोपुर गांव पहुंची। यहां डॉक्टरों की टीम पहले पहुंच चुकी थी। पूछने पर पता चला, यह स्थानीय स्तर का दल है, जो सैंपल ले रहा है। कुछ देर बाद इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज की पांच सदस्यीय दल भी पहुंच गया। 1400 की आबादी वाले गांव में 235 घर हैं। इनमें डॉ. वीपी गोस्वामी और तीन रेजिडेंट डॉक्टर शामिल थे। टीम ने कम्युनिटी सर्वे शुरू किया। इसी दौरान, भोपाल से भी दो सदस्यीय टीम आ गई। यह टीम स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से भेजी गई थी, जिनमें स्टेट एंटेमोलॉजिस्ट डॉ. शैलेंद्र कुमार सिंह और शैव्या सालम शामिल थे। राज्य की टीम ने लार्वा सर्वे किया है। टीम गांव के प्रत्येक घरों तक पहुंची और अलग-अलग जांच की। टीम ने पाया कि यहां कई घरों में कई दिनों का पानी भरा था। यहां बड़ी मात्रा में डेंगू के लार्वा मिले, जिन्हें तत्काल नष्ट करने की कार्रवाई की गई।

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