- चुनाव आयोग के नोटिस पर बोले आचार्य प्रमोद, मैंने सीएम शिवराज के लिए कही थी सम्मान की बात।
मध्य प्रदेश उपचुनाव के ठीक दो दिन पहले कांग्रेस के स्टार प्रचारक आचार्य प्रमोद कृष्णम की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता से सीएम शिवराज को मारीच, शकुनि और कंस का निचोड़ बताने को लेकर 48 घंटे में जवाब मांगा है। आयोग ने यह कार्रवाई बीजेपी द्वारा शिकायत मिलने के बाद कि है। हालांकि मामले पर आचार्य ने कहा है कि उन्होंने सीएम शिवराज के लिए सम्मानजनक बातें कही है।
चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में कहा है कि आचार्य प्रमोद कृष्णन ने सीएम शिवराज के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है। आचार्य का बयान मध्यप्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन है। नोटिस में चुनाव आयोग ने आचार्य के उस बयान का जिक्र भी मेंशन किया है जिसमें उन्होंने सीएम शिवराज को शकुनि, मारीच और कंस का निचोड़ बताया था। आयोग ने कांग्रेस स्टार प्रचारक के उस विवादित बयान को लेकर 48 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
इस मामले में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने ट्वीट कर कहा, ‘ANI के Tweet से पता चला कि EC ने मुझे इस बात के लिये नोटिस दिया है कि मैंने CM का अपमान किया है,जब कि सच बात ये है कि मैंने उन्हें मामा “मारीच” और मामा “शकुनि” से भी ज़्यादा कुटिल,चालबाज़ और “षड्यंत्र” कारी बताया था,ये तो उनके लिए “सम्मान”की बात है।’
गौरतलब है कि बीते 27 अक्टूबर को आचार्य प्रमोद मध्यप्रदेश के जौरा में कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करने गए थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘द्वापर में एक मामा मारीच था, द्वापर के अंत में एक मामा कंस था जिसने अपनी बहन के सभी बच्चों को कुर्सी सलामत रखने के लिए मार दिया। तीसरा मामा शकुनि था, जिसने छल कपट कर कौरवों नाश कराया। इन तीनों प्रपंची मामाओं को मिला दिया जाए तो एक मामा बनता है वह है शिवराज।’ कांग्रेस नेता के इस बयान को लेकर बीजेपी ने निर्वाचन आयोग में शिकायत की थी जिसके बाद आयोग ने यह कार्रवाई की है।
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