कर्नाटक के सीएम पद से बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अब नए मुख्यमंत्री के तौर पर कयास लगने लगे हैं। इस बीच बीजेपी ने राज्य में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजने का फैसला लिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी का नाम सीएम पद की रेस में सबसे आगे चल रहा है। इसके अलावा कर्नाटक के ही गृह मंत्री बासवराज बोम्मई भी सीएम पद की रेस में हैं। कहा जा रहा है कि अभी कर्नाटक के सीएम के तौर पर नए नेता के चुनाव में एक से दो दिन का वक्त लगेगा। तब बीएस येदियुरप्पा ही कार्यवाहक सीएम के तौर पर राज्य की व्यवस्था संभालेंगे।
वहीं इस्तीफा देने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने सीएम के तौर पर किसी नाम का सुझाव केंद्रीय लीडरशिप को नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी हाईकमान की ओर से जिसे भी नए सीएम के तौर पर चुना जाएगा। हम उसके अंडर में काम करेंगे। मैं अपनी ओर से 100 फीसदी योगदान दूंगा और मेरे समर्थक भी ऐसा ही करेंगे। मेरे असंतोष को लेकर किसी भी तरह की बात कहना गलत है।’ इसके अलावा खुद के ऊपर किसी तरह के दबाव की बात भी येदियुरप्पा ने खारिज की। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर किसी भी तरह का दबाव नहीं है।
येदियुरप्पा बोले, मेरे ऊपर किसी का दबाव नहीं है
दिग्गज लिंगायत नेता येदियुरप्पा ने कहा, ‘किसी ने भी मुझ पर इस्तीफे का दबाव नहीं दिया है। मैं खुद से इस्तीफा दिया है ताकि सरकार के दो साल पूरा होने के मौके पर किसी और अवसर मिल सके। मैं अगले चुनाव में भी बीजेपी को सत्ता में लाने के लिए अपनी ओर से पूरा योगदान दूंगा। मैंने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर किसी का भी नाम नहीं दिया है।’ इससे पहले इस्तीफे का ऐलान करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने उस दौर में बीजेपी को प्रदेश में खड़ा किया है, जब कारें नहीं होती थीं। पूरे दिन हम कुछ लोग साइकिल से यात्राएं किया करते थे। उस वक्त राज्य में पार्टी को खड़ा करने वाला कोई नहीं था।
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