शिवराज समर्थकों को झटका, शिवराज की नियुक्ति मोहन ने हटाई
सभी निगम-मंडल, प्राधिकरणों के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों को हटाया
भोपाल – मोहन यादव सरकार ने शिवराज समर्थकों को करारा झटका दिया है। मध्यप्रदेश में सभी निगम, मंडल, प्राधिकरणों के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इन सभी को पिछली शिवराज सरकार ने नियुक्त कर कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्रियों का दर्जा दिया था। यह सब शिवराज सिंह के करीबी थे। अब डॉ. मोहन यादव सरकार ने इनको हटाने का बड़ा फैसला लिया है। नियुक्तियां निरस्त करने के आदेश संबंधित विभागों द्वारा जारी किए गए हैं। इन सभी पदों पर लोकसभा चुनाव के बाद ही नियुक्तियां होने की संभावना है।
- चुनावी साल में हुई थी नियुक्तियां
पिछली सरकार ने चुनावी साल में करीब आधे निगम-मंडलों में नियुक्तियां की थीं। अब सरकार नए सिरे से नए नेताओं को यहां पर बैठाएगी। विधानसभा चुनाव में एक दर्जन से ज्यादा मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा था। अब राजनीतिक समीकरण के हिसाब से हारे नेताओं को यहां पर एडजस्ट किया जा सकता है।
- इन दिज्जग नेताओं को मिली थी जगह
दमोह के पूर्व विधायक राहुल लोधी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए थे, लेकिन उपचुनाव हार गए। उनको वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉपोरेशन का अध्यक्ष बनाया गया था । बड़ा मलहरा के विधायक प्रयुम्न लोधी मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईन कपिर्पोरेशन के अध्यक्ष थे । वे भी कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे। उपचुनाव जीते थे लेकिन हाल ही में हुए विधानसभा में उनको हार मिली। डबरा की पूर्व विधायक इमरती देवी मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम का अध्यक्ष बनाया गया था । वे उपचुनाव भी हार चुकी हैं और हालिया विधानसभा चुनाव भी। सुमावली के विधायक एंदल सिंह कंसाना को उपचुनाव में हार के बाद मध्य प्रदेश स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉपोरेशन का अध्यक्ष चनाया गया था। अब ये सरकार में मंत्री हैं। दिमनी के पूर्व विधायक गिर्राज दंडोतिया उप चुनाव हारे और उनको मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम अध्यक्ष बना दिया गया । विधानसभा चुनाव में उनकी सीट से नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव जीते हैं। गोहद के पूर्व विधायक रणवीर जाटव संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हवकरषा विकास निगम के अध्यक्ष थे । वे उपचुनाव हारे और इस विधानसभा चुनाव में उनकी टिकट ही काट दी गई। सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक जसवंत जाटव मध्य प्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के अध्यक्ष थे । जसवंत जाटव का विधानसभा टिकट कट गया। ग्वालियर के पूर्व विधायक मुनालाल गोगल राज्य बोज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष थे । उपचुनाव हारे और इस चुनाव में टिकट नहीं मिला। मुरैना के पूर्व विधायक रघुराज कंसाना को मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया था । ये भी उपचुनाव में हार चुके हैं और विधानसभा चुनाव भी हारे। इनके अलावा बसपा से पृथ्वीपुर विधानसभा में 2018 के प्रत्याशी रहे नंदराम कुशवाहा को मध्यप्रदेश राज्य पशुधन एवं फुकूट विकास निगम के उपाध्यक्ष थे ।
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