
- डॉक्टर ने ही रविवार रात क्राइम ब्रांच से 50 लाख रुपए मांगे जाने की शिकायत की थी।
- क्राइम ब्रांच ने 2 लड़कियों समेत पांच लोगों को आरोपी बनाया, दो अब तक गिरफ्तार।
राजधानी भोपाल में हमीदिया अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉक्टर दीपक मरावी हनी ट्रैप मामले में फंस गए हैं। उन पर एक लड़की ने क्लीनिक बुलाकर छेड़छाड़ करने की शिकायत की। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। इससे पहले रविवार शाम डॉ. मरावी ने भी पुलिस से 50 लाख रुपए को लेकर ब्लैकमेलिंग करने की शिकायत की थी। मामले में क्राइम ब्रांच ने 2 लड़कियों समेत 5 लोगों को आरोपी बनाकर केस दर्ज किया था।
फिलहाल, पुलिस ने मरावी की शिकायत पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। डॉक्टर मरावी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि उन्होंने घटना से संबंधित सभी साक्ष्य पुलिस को दे दिए हैं। पुलिस जांच कर रही है। खुद पर लगे आरोपों को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने फोन काट दिया।
पुलिस ने कहा- प्रेम जाल में फंसाकर ब्लैकमेल कर रहे थे
क्राइम ब्रांच के अनुसार, यह पूरा मामला एक स्टिंग ऑपरेशन से जुड़ा है। इसमें कुछ लोग मीडिया के नाम पर एक लड़की के जरिए डॉक्टर को प्रेम जाल में फंसाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। यह पूरी टीम मीडिया चैनल का सहारा लेकर ब्लैकमेलिंग कर रही थी।
हनीट्रैप में फंसाने के नाम पर 50 लाख मांगे जाने की शिकायत की थी
डॉक्टर मरावी ने रविवार को पुलिस को बताया था कि आरोपी उन्हें फंसाने से बचाने के नाम पर 50 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने इसी आधार पर सोमवार सुबह तीन युवकों और दो लड़कियों को आरोपी बनाया। आरोपियों ने भी ब्लैकमेल करने की बात कबूल कर ली। उनकी पहचान बनालाल, अवधेश और तपन के रूप में हुई है। इसमें से बनालाल और अवधेश की गिरफ्तारी हो चुकी है।
लड़की बोली- डॉक्टर ने खाने के लिए बुलाया, फिर छेड़छाड़ की
इधर, आरोपियों की साथी लड़की ने बताया कि डॉक्टर ने उन्हें खुद फोन करके घर पर खाने के लिए बुलाया था। इसके बाद उन्होंने उससे छेड़छाड़ भी की। पुलिस ने लड़की और डॉक्टर के बीच बातचीत के ऑडियो को आधार बनाकर मरावी के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जल्द दीपक मरावी की भी गिरफ्तारी की जाएगी।
More Stories
सुप्रीम कोर्ट ने पहलवानों की याचिका पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये
सामूहिक विवाह में 200 से अधिक बेटियों का प्रेगनेंसी टेस्ट किसके आदेश पर किया गया – कमलनाथ
शिवराज का कानून व्यवस्था पर ध्यान नहीं, उन्हें खुद ही यह बात स्वीकार करनी पड़ रही है – कमलनाथ