April 27, 2024

3 दिन से रोज 1 डेथ, जबलपुर में कोरोना की रफ्तार तेज

जबलपुर- मध्यप्रदेश में कोरोना के नए मरीजों के साथ बढ़ते मौत के आंकड़े डराने लगे हैं। पिछले 6 दिन में 4 मरीजों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा टेंशन जबलपुर में है। यहां 6 दिन में 3 मरीजों ने दम तोड़ा है। प्रदेश में 24 घंटे में 184 नए संक्रमित मिले हैं। इंदौर में 62, भोपाल में 41, जबलपुर में 15, होशंगाबाद में 12, ग्वालियर में 11, नरसिंहपुर, सीहोर में 6-6, रायसेन में 5, मुरैना, उज्जैन में 4-4, बैतूल, दतिया, हरदा, कटनी, खरगोन, मंडला, शिवपुरी में 2-2 और बालाघाट, बुरहानपुर, छतरपुर, खंड़वा में 1-1 नया मरीज मिला है।

दो महीने से कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें जबलपुर में हो रही हैं। परिजन का कहना है कि प्राइवेट हॉस्पिटल्स में मरीजों को भर्ती तो कर लेते हैं। लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इलाज से इनकार कर मेडिकल कॉलेज या सरकारी अस्पताल रेफर कर देते हैं। इन केस से समझिए, जबलपुर की स्थिति…

केस-1 … रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो मेडिकल ले जाने को कहा

जबलपुर में 5 अगस्त को कविता नागपाल (58) को 27 जुलाई को सांस लेने में दिक्कत हुई। उनके बेटे विजय नागपाल ने बताया कि हमने डॉक्टर को दिखाया। आराम नहीं मिला तो 1 अगस्त को जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया। यहां कोविड टेस्ट निगेटिव आया। तीन दिन तक भर्ती रहने के बाद जब हालत नहीं सुधरी, तो फिर कोरोना की जांच कराई गई। इस बार रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अस्पताल वालों ने मेडिकल कॉलेज ले जाने को कह दिया। यहां एक दिन भर्ती रहने के बाद अगले दिन सुबह 4 बजे डेथ हो गई।

केस-2 … रिपोर्ट निगेटिव आने पर अस्पताल वापस लाने को कहा

रांझी के रहने वाले खुशीराम राठौर (71) को 4 अगस्त को सीने में दर्द हो रहा था। उनके बेटे विजय राठौर ने बताया कि हम पापा को जबलपुर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां भर्ती करने के बाद कोरोना टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर हॉस्पिटल वालों ने कहा कि इन्हें घर ले जाओ। 8 दिन बाद निगेटिव हो जाएंगे, तब ले आना। उनकी हालत बिगड़ रही थी। हम दूसरे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां एक दिन एडमिट रहने के बाद 4 अगस्त को डेथ हो गई। जांच में उनके हार्ट में ब्लॉकेज बताए गए थे।

मध्यप्रदेश में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके बावजूद सैंपलिंग नहीं बढ़ाई जा रही है। प्रदेश में रोज 25 हजार सैंपल जांचने का टारगेट तय है। जून से अब तक सात-आठ हजार सैंपल ही टेस्ट किए जा रहे हैं।

About Author