May 13, 2024

राकेश टिकैट का किसान आंदोलन खत्म, कह डाली यह बात

नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश (UP) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ धरने पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता राकेश टिकैट (Rakesh Tikait) ने आंदोलन वापस ले लिया है. उन्होंने कहा कि वह भविष्य की रणनीति तय करने के लिए छह सितंबर को दिल्ली (Delhi) में बैठक करेंगे. राकेश टिकैट ने आज लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन (Lakhimpur Kheri District Administration) के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के बाद किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) समाप्त कर दिया.

लखीमपुर खीरी में राकेश टिकैट के एक बयान को लेकर विरोध होने लगा था. टिकैट पर एक टीवी चैनल की लाइव डिबेट के दौरान लखीमपुर खीरी के लोगों के लिए नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप है. टिकैट पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने टीवी चैनल पर लखीमपुर खीरी के लोगों को गुंडा कह दिया. हालांकि, विरोध होने पर टिकैट ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी है.

क्या है तिकुनिया कांड?
लखीमपुर खीरी में राकेश टिकैट तिकुनिया कांड में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे थे. उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. अक्टूबर 2021 में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें चार किसान, एक पत्रकार और बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की मौत हो गई थी. मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा समेत उसके साथियों पर किसानों को जीप से कुचलने और गोली मारने के आरोप लगे थे.

आरोपी आशीष मिश्रा जेल में बंद है. एक बार उसे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जमानत के आदेश को निरस्त कर दिया था और इलाहाबाद उच्च न्यायालय को निर्देश दिया था कि वह पीड़ित पक्ष को पर्याप्त मौका देकर जमानत याचिका पर फैसला सुनाए. इसके बाद नए सिरे मिश्रा की जमानत पर सुनवाई हुई, जिसमें उसे राहत नहीं मिली.

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