May 1, 2024

बारिश से हालत खराब, विदिशा में दर्जनों गांव डूबे, बाढ़ में फंसे

विदिशा। मध्य प्रदेश में बारिश से हालत खराब है। राज्य के 27 जिलों में बारिश ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भोपाल, विदिशा, सीहोर राजगढ़ और गुना सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं। विदिशा में तो हालत बदतर हो गई है। यहां दर्जनों गांव डूब चुके हैं। स्थिति बिगड़ने के बाद प्रशासन ने सेना से मदद मांगी है। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स 2 हेलीकॉप्टर भेजेगी।

गृहविभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजेश राजौरा ने बताया कि वायुसेना ने राहत व बचाव कार्य के लिए 2 हेलीकॉप्टर डिप्लॉय किया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार देर रात हालातों को लेकर बैठक की और मंगलवार को वे बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने के लिए हवाई सर्वेक्षण करेंगे।

दरअसल, विदिशा कलेक्टर ने एयरफोर्स को पत्र लिखकर मदद मांगी थी। जिले के कई गांव टापू जैसी शक्ल ले चुके हैं। जिला प्रशासन NDRF और SDERF की मदद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है। सैंकड़ों लोगों को पानी से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। हालांकि, दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां सड़क मार्ग से जाना संभव नहीं है। पूरा गांव जलमग्न हो चुका है। ऐसे में प्रशासन ने एयरफोर्स हेडक्वार्टर को पत्र लिखकर बाढ़ में फंसे 100 ग्रामीणों को एयर लिफ्ट करने में मदद मांगी थी। माना जा रहा है कि जल्द ही एयरफोर्स की टीम विदिशा पहुंचने वाली है।

विदिशा जिले में बेतवा नदी उफान पर पहुंच गई है। खतरे के निशान से दो फीट ऊपर बह रही है। विदिशा एवं समीपवर्ती जिलों के बांधों में क्षमता से अधिक जल भराव होने के कारण गेट खोले गए हैं इन बांधों का पानी विदिशा जिले में बेतवा नदी के माध्यम से पहुंच रहा हैं जिससे बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है।

इधर राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह बारिश रुक गई है। साथ ही अधिकांश इलाकों में पावर रिस्टोर किया जा चुका है। करीब 24 घंटे बाद कई कॉलोनियों में बिजली आई है। दरअसल, आंधी तुफान के कारण रविवार देर रात से ही शहर के अधिकांश इलाकों में बिजली गुल हो गई थी। जिसे सोमवार देर शाम तक ठीक किया गया। कई मोहल्लों में मंगलवार सुबह बिजली आई। रहवासियों ने यहां 30 घंटे बगैर बिजली के बिताए।

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