April 26, 2024

‘जलते खाकी निक्कर’ पर बोले कमलनाथ, क्या सभी BJP कार्यकर्ता पहनते हैं निक्कर

भोपाल- जलते खाकी निक्कर की तस्वीर कांग्रेस के ट्विटर खाते पर साझा किए जाने के बाद से बवाल मचा है. इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ (Kamal Nath) ने मंगलवार को कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) निक्कर मामले को बेवजह तूल दे रही है क्योंकि वह राहुल गांधी की अगुवाई वाली “भारत जोड़ो यात्रा” की सफलता से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है. उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए यह सवाल भी किया कि क्या उसके सभी कार्यकर्ता निक्कर पहनते हैं?

जलते खाकी निक्कर की विवादास्पद तस्वीर पर कमलनाथ ने इंदौर में कहा, “बीजेपी खुद को निक्कर से क्यों जोड़ती है? अगर कोई व्यक्ति निक्कर पहन ले, तो क्या वह बीजेपी का हो गया? क्या बीजेपी के सब लोग निक्कर पहनते हैं?” उन्होंने अपनी बात में जोड़ा कि राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सफलता से बौखलाई बीजेपी जनता का ध्यान मोड़ना चाहती है. कमलनाथ ने कहा,”इस यात्रा से बीजेपी के पेट में क्यों दर्द हो रहा है?”

कांग्रेस नेता ने किया पीएम पर वार
कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी कभी इस यात्रा में राहुल के पहने जूतों की बात कर रही है, तो कभी उनकी टी-शर्ट की, लेकिन सत्तारूढ़ दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित तौर पर 10 लाख रुपये कीमत वाले सूट की बात नहीं कर रहा है. कमलनाथ ने यह दावा भी किया कि मोदी दिन में तीन बार कपड़े बदलते हैं. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में मंगलवार से विधानसभा के पांच दिवसीय मानसून सत्र की शुरुआत हुई है, लेकिन राज्य के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ इसमें शामिल न होकर इंदौर और आगर-मालवा के एक दिवसीय दौरे पर चले गए.

गैरमौजूदगी पर दिया यह जवाब
सत्र के पहले दिन विधानसभा में अपनी गैरमौजूदगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें तय कार्यक्रम के तहत सोमवार को आगर-मालवा जाना था, लेकिन द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के कारण वह इस कार्यक्रम में बदलाव करते हुए अंतिम दर्शन के लिए उनके झोतेश्वर स्थित आश्रम चले गए और इंदौर और आगर-मालवा का दौरा सोमवार के बजाय मंगलवार को करना उचित समझा. कमलनाथ ने कहा, “विधानसभा में (आज) हमारे अन्य सदस्य होंगे. वहां मेरी आवश्यकता नहीं है.”

उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रदेश सरकार किसानों और बेरोजगारों की समस्याओं के निवारण के लिए नहीं, बल्कि बड़ी परियोजनाओं के ठेके देकर भ्रष्टाचार के जरिये “कमीशन” लेने के लिए धड़ल्ले से कर्ज ले रही है.

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